Lifestyle Tips: सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। इस बार सावन सोमवार से शुरू हो रहा है, और पूरे महीने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। माना जाता है कि सावन में शिव जी की पूजा करने से विशेष कामनाओं की पूर्ति होती है। पूजा के दौरान लोग फल, फूल और बेल के पत्ते चढ़ाते हैं।
सावन में भगवान शिव को बेल के पत्तों के अलावा बेल का फल भी चढ़ाया जाता है। धार्मिक महत्व के साथ-साथ, यह फल सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। गर्मियों में हीट स्ट्रोक से बचने के लिए विशेष रूप से बेल के फल का शरबत पिया जाता है।
गुरुग्राम के नारायणा हॉस्पिटल की सीनियर डायटीशियन पायल शर्मा के अनुसार, बेल को तपती गर्मी में ठंडक पहुंचाने के लिए पिया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, बेल कई रोगों से दूर रखने में मदद करता है।
बेल के फल में शुगर के साथ-साथ प्रोटीन, फाइबर, फैट, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, फॉस्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें विटामिन ए, बी और सी भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
बेल का फल खासतौर पर पेट और दिल की बीमारियों से बचाने में मदद करता है। यह सूजन को कम करने, पीलिया और अल्सर को दूर करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक होता है।
बेल का फल हमारे पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसमें फाइबर की मात्रा भरपूर होती है, जो पाचन को मजबूत बनाता है और नसों में जमा बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
आप बेल को कई तरीकों से खा सकते हैं। इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल शरबत के रूप में होता है। बेल को तोड़कर इसका गूदा निकालकर भी खाया जा सकता है। ध्यान रखें कि इसके गूदे को रातभर पानी में भिगोकर रखें और अगली सुबह इसे खाएं।
सावन के इस महीने में भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ बेल के फल का सेवन भी आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
ये भी पढ़ें: क्या प्रेग्नेंसी में केसर खाने से बच्चे का रंग गोरा होता है? जानिए सच्चाई और फायदे