Sarson Saag Benefits: सरसों के साग को इन 5 वजहों से बनाएं अपनी डाइट का हिस्सा

नई दिल्ली: सर्दियों के मौसम में सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी बेहद मशहूर डिशेज में से एक है. इसके बेहतरीन डिश को लोग बड़े चाव से खाते है. सरसों में फाइबर, मिनरल और विटामिन काफी ज्यादा मात्रा में पाई जाती है और इसमें कैलोरी भी कम होती है. अपने इन गुणों की […]

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Sarson Saag Benefits: सरसों के साग को इन 5 वजहों से बनाएं अपनी डाइट का हिस्सा

Manisha Singh

  • January 6, 2024 7:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली: सर्दियों के मौसम में सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी बेहद मशहूर डिशेज में से एक है. इसके बेहतरीन डिश को लोग बड़े चाव से खाते है. सरसों में फाइबर, मिनरल और विटामिन काफी ज्यादा मात्रा में पाई जाती है और इसमें कैलोरी भी कम होती है. अपने इन गुणों की वजह से सरसों का साग (Sarson Saag Benefits) स्वाद के साथ स्वास्थ के लिए भी लाभदायक होता है. यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी सहायता करता है. इसके अलावा भी इसके कई बीमारियों में फायदे हैं. सरसों के साग के ये फायदे जानकर आप हैरान हो जाएंगे.

दिल की सेहत का ध्यान

स्वादिष्ट सरसों का साग (Sarson Saag Benefits) आपके दिल की सेहत का ध्यान रखता है. यह फोलेट का एक बढ़िया स्रोत होता है. बता दें कि फोलेट होमोसिस्टीन एक्यूमुलेशन को रोकने में सहायक साबित हो सकता है, जो दिल की बीमारियों का एक मुख्य कारक है.

वजन कम करे

सरसों का साग डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है. यह मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने और स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद करता है. सरसों में मौजूद फाइबर कंटेंट आपके पेट को लंबे समय तक फुल रखती है. इससे आपको भूख कम लगती है और आप ज्यादा खाने से बच जाते हैं.

कैंसर से बचाव

ऐसा माना जाता है कि सरसों के साग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं. सरसों का साग ब्लैडर, कोलन, ब्रेस्ट, फेफड़े, प्रोस्टेट और ओवरी के कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है.

अस्थमा में फायदेमंद

सरसों के साग में विटामिन सी होता है. यह हिस्टामाइन के टूटने में मदद करता है. बता दें कि हिस्टामाइन एक इंफ्लेमेटरी केमिकल है, जो अस्थमा के रोगियों में बड़ी मात्रा में प्रोड्यूस होता है. इसके साथ ही सरसों के साग में मैग्नीशियम पाया जाता है, जो कंसन्ट्रेशन ब्रोन्काइयल पैसेज और फेफड़ों को आराम पहुंचाता है.

सूजन से बचाव

सरसों के साग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने का कारण यह सूजन कम करने में मददगार साबित हो सकता है. मालूम हो कि लंबे समय तक सूजन रहने से कैंसर, हृदय रोग, रुमेटाइड गठिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में सरसों के साग में पाए जाने वाले विटामिन के और ओमेगा-3 फैटी एसिड इन बीमारियों से बचा सकते हैं.


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