नई दिल्ली: खाना कितना भी स्वादिष्ट क्यों न हो, स्वादानुसार नमक न हो तो कोई लज्जत नहीं रह जाती है। नमक कम हो तो स्वाद बिगाड़ देता है और ज्यादा हो तो सेहत। अब WHO की एक रिपोर्ट में नमक के ऐसे खतरे के बारे में बताया गया है जिससे हम बेखबर नहीं हैं, लेकिन […]
नई दिल्ली: खाना कितना भी स्वादिष्ट क्यों न हो, स्वादानुसार नमक न हो तो कोई लज्जत नहीं रह जाती है। नमक कम हो तो स्वाद बिगाड़ देता है और ज्यादा हो तो सेहत। अब WHO की एक रिपोर्ट में नमक के ऐसे खतरे के बारे में बताया गया है जिससे हम बेखबर नहीं हैं, लेकिन बेफिक्र जरूर हैं। हम इसे लेकर इतने लापरवाह है कि यह किसी भी पल हमारी जान का दुश्मन बन सकता है।
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर नमक के अत्यधिक इस्तेमाल को समय रहते सीमित नहीं किया गया तो अगले 7 सालों में नमक से होने वाली बीमारियों से 70 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा सकती है। इस रिपोर्ट के माध्यम से सरकारों से अनुरोध किया गया कि यदि पैकेज्ड फूड पर नमक की मात्रा साफ़ तौर से लिखी जाती है, तो यह भी साफ तौर से लिखा होना चाहिए कि हमारे शरीर को सोडियम की कितनी जरूरत है। इसके अलावा, ज़्यादा नमक खाने के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी WHO ने अपील की है।
जब आप दुनिया भर में प्रति व्यक्ति नमक की खपत को देखते हैं, तो प्रति व्यक्ति लगभग 10.8 ग्राम नमक का उपयोग किया जाता है, जो कि WHO द्वारा सुझाई गई सीमा के दोगुने से भी अधिक है। रोग केंद्र ने प्रति व्यक्ति केवल एक चम्मच नमक का उपयोग करने की सलाह दी है। नमक वास्तव में एक आवश्यक पोषक तत्व है, लेकिन इसमें मौजूद सोडियम शरीर में रक्त वाहिकाओं को सख्त और संकरा कर देता है, जिससे दिल का दौरा, स्ट्रोक, मोटापा, गुर्दे की बीमारी और बहुत कुछ हो सकता है।
आपको बता दें, जब नमक शरीर पर दुष्प्रभाव दिखाता है तो इसकी शुरुआत सबसे पहले हाई ब्लड प्रेशर से होती है, यह हमारे लिए एक संकेत होगा कि हमें अब अधिक नमक का प्रयोग बंद कर देना चाहिए। लंदन की एक प्रोफेसर ने कहा कि जब हम शरीर में अधिक नमक रखते हैं तो यह हमें उच्च रक्तचाप का शिकार बना सकता है, जो आगे चलकर कई बीमारियों को जन्म देता है।
खबरों के अनुसार, नमक का मुख्य स्रोत पैकेज्ड फूड है। इसलिए लोगों को घरों में नमक कम इस्तेमाल करने की सलाह देना बेमानी है, क्योंकि लोग इसके बारे में पहले से ही जानते हैं। हालाँकि, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड के मामले में लोग लापरवाही ज्यादा बरतते हैं, दुनियाभर के डाइट में 70% से ज़्यादा नमक पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड से आ रहा है।