नई दिल्ली, मौजूदा दौर की बिजी लाइफस्टाइल ने लोगों की चिंता को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है, जिसकी वजह से लोग डिप्रेशन, टेंशन और स्ट्रेस का सामना कर रहे हैं. आमतौर पर तनाव पारिवारिक कलह, ऑफिस की प्रॉब्लम, पैसों की दिक्कत, दोस्ती-प्यार में धोखा जैसे वजहों से होता है, लेकिन बहुत बार आपकी खुद की […]
नई दिल्ली, मौजूदा दौर की बिजी लाइफस्टाइल ने लोगों की चिंता को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है, जिसकी वजह से लोग डिप्रेशन, टेंशन और स्ट्रेस का सामना कर रहे हैं. आमतौर पर तनाव पारिवारिक कलह, ऑफिस की प्रॉब्लम, पैसों की दिक्कत, दोस्ती-प्यार में धोखा जैसे वजहों से होता है, लेकिन बहुत बार आपकी खुद की गलती की वजह से ऐसी परेशानियां हो सकती हैं. अगर आपको अक्सर बेचैनी या घबराहट होती है तो आपको अपने खाने-पीने में बदलाव करने की ज़रूरत है.
डॉक्टर्स की मानें तो अगर आपका जी घबराता है और आपको बेचैनी का सामना करना पड़ता है तो परेशान होने की कोई बात नहीं है, आपको बस इतना करना है कि खान-पान की कुछ बुरी आदतों से तौबा कर लेनी है, क्योंकि ये सेहत को काफी नुकसान पहुंचाते हैं जिसका असर हमारे दिमाग पर भी पड़ने लगता है और हमें तनाव होता है.
युवाओं समेत हर उम्र के लोगों में अब शराब पीने का चलन काफी ज्यादा बढ़ गया है, कुछ लोग खुद को ट्रेंडी दिखाने के लिए ऐसा करते हैं, तो कई लोगों को लगता है कि इससे उनका तनाव कम होता है. लेकिन लंबे समय तक इसका सेवन करने से ये बुरी लत में भी तब्दील हो जाता है. इसमें मौजूद कैमिकल लॉन्ग टर्म में आपकी चिंता को बढ़ाने का काम करते हैं, इसलिए अभी ही आप शराब से तौबा कर लें.
मीठी चीजें हमें काफी ज्यादा आकर्षित करती है, लेकिन ये सेहत के लिए बहुत हानिकारक होती हैं, इसके रेगुलर सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है जिसकी वजह से चिंता बढ़ने लगती हैं. बेहतर है हम अपने खाने-पीने की आदत बदलें और मीठी चीज़ों से परहेज़ करें.
सिगरेट के धुएं का छल्ला बनाने का शौक कई युवा रखते हैं, लेकिन ये स्लो पोइज़न की तरह होता है. सिगरेट पीने का असर सीधा दिमाग पर होता है जो हैबिट फॉर्मेशन करता है, जब इसकी तलब बढ़ती है तो ये बेचैनी बढ़ाने लगता है.