नई दिल्ली। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को क्रैम्प्स होना सामान्य बात है। इन दिनों में पीरियड्स में क्रैम्प्स(Period Pain But No Period) के अलावा भी कई तरह की अन्य शारीरिक समस्याएं भी देखने को मिलती हैं, जैसे पेट में दर्द होना, शरीर में ऐंठन, कमर के निचले हिस्से में दर्द आदि। हालांकि, कई बार ऐसा […]
नई दिल्ली। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को क्रैम्प्स होना सामान्य बात है। इन दिनों में पीरियड्स में क्रैम्प्स(Period Pain But No Period) के अलावा भी कई तरह की अन्य शारीरिक समस्याएं भी देखने को मिलती हैं, जैसे पेट में दर्द होना, शरीर में ऐंठन, कमर के निचले हिस्से में दर्द आदि। हालांकि, कई बार ऐसा भी होता है कि महिलाओं को पीरियड क्रैम्प्स होने के बाद भी ब्लीडिंग नहीं होती।
ऐसे समय में महिलाएं परेशान रहती हैं और उन्हें ये समझ नहीं आता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? ऐसे में कहा जाता है कि अगर पीरियड क्रैम्प्स होने पर भी अगर ब्लीडिंग नहीं हो रही है, तो ऐसा प्रेग्नेंसी के कारण भी हो सकता है। लेकिन क्या ये वाकई में सच है या फिर बस एक मिथक? आइए जानते हैं विस्तार में।
कई बार ऐसा होता है कि महिलाओं को पीरियड क्रैम्प्स तो होते हैं लेकिन ब्लीडिंग (Period Pain But No Period) नहीं होती। ऐसा कई कारणों से होता है। जो कि कब्ज की समस्या, एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में सूजन की वजह से हो सकता है। पीरियड क्रैम्प्स का एक मुख्य कारण प्रेग्नेंसी भी हो सकता है। हालांकि, अगर कोई महिला कंसीव करती है, तो पीरियड क्रैम्प्स के साथ-साथ महिला में अन्य कई लक्षण भी दिखाई देते हैं।
इन लक्षणों में वजाइनल स्पॉटिंग, व्हाइट डिस्चार्ज, पीठ में दर्द, मितली, उल्टी, चक्कर आना और ब्रेस्ट में दर्द महसूस होना शामिल है। ऐसे में अगर पीरियड क्रैम्प्स(Period Pain But No Period) हो रहे हैं और ब्लीडिंग न हो रही हो तो, महिला को प्रेग्नेंसी कंफर्म करने के लिए प्रेग्नेंसी किट का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर रिजल्ट कंफर्म न हो तो सीधा अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। पीरियड क्रैम्प्स किसी अन्य गंभीर बीमारी की तरफ भी इशारा कर सकते हैं। अगर लंबे समय तक इस तरह की कंडीशन रहती है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
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