नई दिल्ली, अगर आपको भी लगता है कि आपके बच्चे का स्वभाव बाकी बच्चों की तुलना में बहुत ज्यादा शैतान और चुलबुला है तो टेंशन छोड़ दें और आपने हाइपर एक्टिव बच्चे को डील करने के लिए अपनाएं ये तरीके. हाइपर एक्टिव यानी अत्यधिक सक्रिय बच्चों का घर में होना किसी छोटे तूफ़ान से निपटने […]
नई दिल्ली, अगर आपको भी लगता है कि आपके बच्चे का स्वभाव बाकी बच्चों की तुलना में बहुत ज्यादा शैतान और चुलबुला है तो टेंशन छोड़ दें और आपने हाइपर एक्टिव बच्चे को डील करने के लिए अपनाएं ये तरीके. हाइपर एक्टिव यानी अत्यधिक सक्रिय बच्चों का घर में होना किसी छोटे तूफ़ान से निपटने जैसा होता है, क्योंकि ऐसे बच्चे स्वभाव से काफी चुलबुले होते हैं और उनका दिमाग किसी भी एक जगह ज्यादा देर स्थिर नहीं रहता है. ऐसे में आइए जानते हैं कैसे आप अपने बच्चे को शांत कर सकते हैं:
चुलबुले बच्चों में मौजूद एक्ट्रा एनर्जी को बैलेंस करने के लिए उन्हें हमेशा किसी न किसी एक्टिविटी में व्यस्त रखें, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को सही दिशा मिल सके. इसके लिए बच्चे को डांस, खेल-कूद से संबंधित चीजें जैसे-दौड़ना, बास्केटबॉल, क्रिकेट या स्विमिंग जैसे खेलों में उलझा कर रखें.
संगीत से आप कई समस्याओं को दूर कर सकते हैं. इस विषय में भी हल्के, मेडिटेटिव या क्लासिकल संगीत सुनने से आपको मदद मिलेगी, शैतान या चुलबुले बच्चों के सामने मेटल या हार्ड रॉक म्यूज़िक बचाने से बचें. कुछ बच्चों पर हार्ड म्यूज़िक सुनने का गलत प्रभाव पड़ता है. अगर आपका बच्चा म्यूज़िकल इंस्ट्रुमेन्ट्स बजाने की उम्र का हो चुका हो तो उसे इसी दिशा में प्रोत्साहित करें.
टीवी, प्ले-स्टेशन्स, विडियो गेम्स, मोबाइल फोन और कम्प्यूटर्स का बहुत ज़्यादा प्रयोग करने से बच्चे उसी में डूब जाते हैं, जिससे उनकी हाइपर एक्टिविटी और बढ़ जाती हैं. इन सब चीजों की जगह उन्हें बाहर हरे-भरे वातावरण में ले जाएं जिससे उनका दिमाग शांत हो सके.
बढ़ते बच्चों के खानपान पर नजर रखना बेहद जरूरी है. खासतौर पर बच्चा सुबह और रात को सोने से पहले क्या खा रहा है, इस बात का ज़रूर ध्यान रखें. खाने का असर सीधा संबंध बच्चे के दिमाग पर पड़ता है. ऐसे में डाइट में अत्यधिक शक्कर का सेवन करने से बच्चे की हाइपर एक्टिविटी और बढ़ जाती है. इसलिए बच्चे के जंक फ़ूड्स, जैसे-पिज़्ज़ा, बर्गर और आइस क्रीम्स के अधिक सेवन पर रोक लगाएं.