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बच्चों को आगे इन विषयों पर नहीं करनी चाहिए बात, पैरेंट्स ना करें ये गलतियां

नई दिल्ली : हर माता-पिता अपने बच्चों की अच्छी परवरिश करना चाहते हैं. वह अपने बच्चों को अच्छा इंसान बनाना चाहते हैं जो जीवन में अच्छा करे. ऐसे में हर छोटी बड़ी चीज़ उनके जीवन को प्रभावित कर सकती है. आज हम आपको ऐसी कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे […]

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बच्चों को आगे इन विषयों पर नहीं करनी चाहिए बात, पैरेंट्स ना करें ये गलतियां
  • July 26, 2022 5:24 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : हर माता-पिता अपने बच्चों की अच्छी परवरिश करना चाहते हैं. वह अपने बच्चों को अच्छा इंसान बनाना चाहते हैं जो जीवन में अच्छा करे. ऐसे में हर छोटी बड़ी चीज़ उनके जीवन को प्रभावित कर सकती है. आज हम आपको ऐसी कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में किसी भी पैरेंट को कभी भी अपने बच्चों के आगे बात नहीं करनी चाहिए.

पार्टनर या किसी और की बुराई-

कई बार लोग गुस्से में आकर बच्चों के सामने दूसरों की बुराई करते हैं. बाल मनोवैज्ञानिकों की मानें तो कई बार लोग अपने पार्टनर की या फैमिली मेंबर की बच्चों से बुराई करते समय यह भूल जाते हैं कि बच्चा जितना आपके साथ रहता है वैसे ही वह बाकी लोगों के साथ भी समय बिताता है. ऐसे में बच्चा खुद को दो अलग-अलग हिस्सों में बंटा हुआ महसूस कर सकता है. कई बार बच्चे उस इंसान से भी नफरत करने लगते हैं जिसकी आप बुराई कर रहे हों.

जिम्मेदारियों को लेकर डर-

आपको बच्चों के आगे कभी भी पैसों और बीमारी की बात नहीं करनी चाहिए. जब माता-पिता पैसों को लेकर टेंशन की बातें करते हैं तो बच्चे डर जाते हैं. कुल मिलाकर आप अपने डर को बच्चों में ट्रांसफर कर बच्चों पर बोझ बढ़ा रहे हैं. क्योंकि बच्चे भी इसे लेकर टेंशन लेने लगते हैं जिसे हैंडल करना उनके बस की बात नहीं होती.

तुलना दूसरों से करना-

अगर आप भी अपने बच्चे की खूब तुलना करते हैं और उसे दूसरों के सामने नीचा दिखाते हैं तो आज ही ये आदत बदल लें. बच्चे की तुलना किसी और से करने से बच्चे खुद को दूसरों से कम आंकना शुरू कर देते हैं. दूसरे से तुलना करने पर बच्चे का भरोसा टूट जाता है और वो तनाव का शिकार हो जाते हैं. इतना ही नहीं वह खुद को दूसरों से कम आंकना शुरू कर सकते हैं.

कैसा महसूस करें कैसा नहीं-

आपको बच्चों के सामने कभी भी इस बात का ज़िक्र का नहीं करना चाहिए कि उन्हें हर समय किस तरह महसूस होना चाहिए. कभी ठीक ना होना भी ठीक है ये बात अगर आप अपने बच्चों से करेंगे तो वह अधिक सहज महसूस कर पाएंगे.

‘काश तुम कभी पैदा नहीं होते’-

चाहे आप कितने भी नाराज क्यों ना हो आपको अपने बच्चे को भूल कर भी ‘काश तुम कभी पैदा नहीं होते’ नहीं बोलना है. कोई भी बच्चा अपने पेरेंट से ये नहीं सुनना चाहता. ये बात ना सिर्फ आपके बच्चे की भावनाओं को आहत करेंगी बल्कि उसके आत्म सम्मान को भी ठेस पहुंचाएगी।

 

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