हर एक रिश्ते में रूठना-मनाना तो चलता ही रहता है लेकिन अगर आपकी भी गर्लफ्रैंड आपसे रूठ कर बैठ गई है और लाख कोशिशें करने पर भी वह मान नहीं रही तो आज की हमारी ये खबर आपके काम आ सकती है.
क्या आप भी पेट के रोग, सांस संबंधी रोग आदि से परेशान हैं तो आज की हमारी ये खबर खास आपके लिए है, इन सभी परेशानियों में एक ऐसी चीज है जो काफी गुणकारी मानी गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने डायबिटीज को सबसे बड़ा साइलेंट किलर करार दिया है. 2014 के आंकड़े के मुताबिक पूरी दुनिया में 42 करोड़ से ज़्यादा व्यक्ति डायबि़टीज़ के शिकार हैं. अकेले 2012 में 15 लाख से ज्यादा लोगों की मौत डायबिटीज़ की वजह से हुई थी.
क्या आप भी अपने पार्टनर के खर्राटे लेने की वजह से परेशान हैं जिस वजह से नींद खराब होती है और आप रात भर सो नहीं पाते, तो आज की हमारी ये खबर खास आपके लिए है. आज हम आपको अपनी खबर के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि कैसे आप भी खर्राटों की परेशानी से निजात पा सकते हैं.
आज कल रोमांचकारी खेलों का क्रेज कुछ ज्यादा ही बढ़ने लगा है. अब लोग किसी भी मामले में डेयर लेने से पीछे नहीं हटते. सच कहूं तो एडवेंचर डेयरडेविल्स जैसे लोगों का शौक बन गया है. इसलिए अगर आपको भी ऊंचाइयों से डर नहीं लगता, तो आप बंजी जंपिंग के मजे ले सकते हैं.
क्या जब भी आप सोते हैं तो बार-बार आपकी नींद खुल जाती है. कभी-कभी ऐसा भी होता है कि काफी देर बिस्तर पर लेटने के बाद भी नींद नहीं आती. इसके अलावा अगर नींद आ भी जाए, तो यह गहरी नहीं होती. अगर आपके साथ ऐसा होता है तो आपको स्लीप सिंड्रोम की प्रॉब्लम है.
गर्मियों में खुद को लू से बचाने के लिए लोग खरबूजा खाना बेहद पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ खरबूजा ही नहीं बल्कि इसके बीज भी आपकी सेहत के लिए कितने फायदेमंद हैं.
आज के पॉल्यूशन और तनाव ने ना सिर्फ हमारी सेहत बल्कि हमारे चेहरे को भी बेजान-सा कर दिया है. आजकल आने वाले कॉस्मेटिक ब्यूटी प्रोडक्ट की वजह से चेहरा निखरने की वजह और ज्यादा ढीली और बदरंग हो गई है.
दूध पीने की सलह तो हर कोई देता है, आपने अक्सर डॉक्टर्स को भी कहते हुए सुना होगा कि हेल्दी रहने के लिए प्रतिदिन एक गिलास दूध पीना चाहिए.
आज कल इंसानों की जिंदगी में मोबाइल फोन्स और इंटरनेट ने अपना जाल इतना फैला लिया है कि इंसान जागते-सोते, आते-जाते सिर्फ और सिर्फ उसी के बारे में सोचता है. ऐसा लगता है कि सोशल मीडिया ने इंसानी दिमाग पर पूरी तरह से कब्जा जमा लिया है. लोगों के फोन में इतने अधिक एप्स होते हैं कि सबको अगर ब्राउज करें तो न जाने कितना समय बर्बाद हो जाता है.