नई दिल्ली: शादी एक पवित्र बंधन है, जो दो लोगों को आपस में जोड़ता है। लेकिन आजकल ओपन मैरिज का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, बहुत से लोग इस शब्द का सही मतलब नहीं जानते। अगर आप भी ओपन मैरिज के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है।
ओपन मैरिज एक ऐसा संबंध होता है, जिसमें पति-पत्नी दोनों आपसी सहमति से एक-दूसरे को अन्य लोगों के साथ संबंध बनाने की अनुमति देते हैं। इसका मतलब है कि शादीशुदा जीवन में भी यदि कोई पति या पत्नी किसी और के साथ रोमांटिक या यौन संबंध बनाता है, तो इसे धोखा नहीं माना जाता।
कुछ लोग मानते हैं कि ओपन मैरिज उन्हें स्वतंत्रता प्रदान करती है, जिससे वे अपनी इच्छाओं को बिना किसी रोक-टोक के पूरा कर सकते हैं। वहीं, कुछ लोगों के लिए यह ईमानदारी का प्रतीक है क्योंकि इसमें वे अपने साथी से कुछ भी छिपाते नहीं हैं और धोखा देने की स्थिति पैदा नहीं होती।
ओपन मैरिज के कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन इसके नुकसान भी अनदेखा नहीं किए जा सकते। इस प्रकार के संबंधों में एक साथी को दूसरे साथी से ईर्ष्या या असुरक्षा महसूस हो सकती है। इससे रिश्ते में दरार आ सकती है और कपल्स के बीच विश्वास कमजोर हो सकता है। इसके अलावा, यौन संचारित रोगों (STD) का खतरा भी बढ़ जाता है।
ओपन मैरिज का निर्णय पूरी तरह से दोनों पार्टनर्स पर निर्भर करता है। यह रिश्ता जितना मजबूत हो सकता है, उतना ही कमजोर भी हो सकता है। इसीलिए, इस तरह का कदम उठाने से पहले अपने साथी की भावनाओं को समझना बेहद जरूरी है। अगर आप दोनों इस तरह के रिश्ते को संभालने के लिए तैयार हैं और सामाजिक दबाव का सामना कर सकते हैं, तभी ओपन मैरिज का फैसला लें।
ओपन मैरिज का विचार विवादास्पद हो सकता है। कुछ लोग इसे सही मानते हैं तो कुछ गलत। यह निर्णय व्यक्तिगत है और इसका प्रभाव रिश्ते और समाज पर निर्भर करता है। इसलिए, सोच-समझकर और अपने साथी के साथ खुलकर बातचीत करने के बाद ही कोई निर्णय लें।
ये भी पढ़ें: Marijuana Effect: गांजे का नशा शरीर पर कितनी देर रहता है और क्या हो सकती हैं समस्याएं?