नई दिल्ली। भारत कई संस्कृतियों, भाषाओं, धर्मों, इतिहास और परंपराओं से परिपूर्ण एक देश है। बता दें , देश में मनाए जाने वाले कई त्यौहार सदियों पुरानी विरासत और संस्कृति का प्रमाण देते हैं। बता दें , 12 महीनों में ऐसा कोई महीना नहीं, जब त्योहार नहीं होते है। जानकारी के मुताबिक , छोटे-बड़े हर […]
नई दिल्ली। भारत कई संस्कृतियों, भाषाओं, धर्मों, इतिहास और परंपराओं से परिपूर्ण एक देश है। बता दें , देश में मनाए जाने वाले कई त्यौहार सदियों पुरानी विरासत और संस्कृति का प्रमाण देते हैं। बता दें , 12 महीनों में ऐसा कोई महीना नहीं, जब त्योहार नहीं होते है। जानकारी के मुताबिक , छोटे-बड़े हर तरह के त्योहार भारत में धूमधाम से मनाये जाते हैं। इस दौरान कई तैयारियां भी की जाती हैं और खुशियां मनाई जाती है। हर महीने की तरह जनवरी की झोली में भी कई त्योहार आए हुए है।
बता दें , यह दो दिनों का त्योहार राजस्थान में ऊंटों के महत्व को उजागर करने के लिए ही मनाया जाता है और यहां के टूरिस्ट डिपार्टमेंट ने बीकानेर में इस ऊंट फेस्टिवल की शुरुआत की थी। जहां इन जानवरों को रंग-बिरंगे कपड़ों और ध्वजों से बेहद खूबसूरत तरीके से सजाया जाता है। यह फेस्टिवल 11 से 12 जनवरी के दौरान बीकानेर में आयोजित कराया जाता है।
लोहड़ी भारत के अलग-अलग हिस्सों में फसलों के मौसम को चिह्नित करने के लिए मनाया किया जाता है। जानकारी के मुताबिक , यह त्योहार पूरे देश में पूरे उत्साह के साथ अलग – अलग जगहों पर मनाया जाता है। बता दें , लोहड़ी उत्तर भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है और खुली जगह पर परिवार और आस-पड़ोस के लोग आग का एक गोल घेरा बनाते हैं और इस त्योहार को मानते है। इस लोहड़ी की आग में वे मूंगफली, रेवड़ी, लावा आदि डालते हैं और खाते हैं। लोहड़ी भारत में 13 जनवरी को मनाई जाती है।
गौरतलब है कि , मकर संक्रांति लोहड़ी के एक दिन बाद यानी 14 जनवरी को मनाई जाती है । जानकारी के लिए बता दें , मकर संक्रांति भारत में मनाए जाने वाले मुख्य त्योहारों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि अच्छे दिनों की शुरुआत मकर संक्रांति से ही की जाती है। इस पर्व पर हिन्दू लोग अपने घरों में खिचड़ी बनाते हैं, जो बहुत शुभ माना जाती है।
पश्चिम बंगाल में कई छोटे और बड़े उत्सव धूम – धाम से मनाए जाते हैं और उन्हीं में से एक केंदुली मेला भी है। बता दें , ये एक ऐसा त्योहार है, जो बाउलों से मिलने का अवसर देता है। जानकारी के अनुसार , बाउल बंगाल के रहस्यवादी टकसालों का एक ग्रुप है, जो जगह-जगह जाकर गीत गाते और संगीत बजाते हुए यात्रा करते हैं। इस बंगाल महोत्सव का नाम एक महान कवि केंदुली के नाम पर रखा गया था , बंगाली कैलेंडर के मुताबिक, ये पौष के आखिरी दिन से ही शुरू होता है।
बता दें , पोंगल तमिलनाडु में मनाए जाने वाले एक मुख्य फसल का उत्सव है। पोंगल के दिन, चावल, दूध के खास पकवान घरों में बनाए जाते हैं और परोसे जाते हैं। सभी परिवार एक साथ बैठ के भोजन करते हैं और उत्सव मनाते हैं। पोंगल को 15 जनवरी को मनाया जाता है।
बिहू असम राज्य में बहुत ही जोश और धूमधाम के साथ मनाया जाने वाला प्रसिद्ध त्योहार है और ये त्योहार उत्साह, आनंद और कई सारी गतिविधियों से भरा हुआ होता है। यहां सभी जातियों और धर्मों के लोग एक साथ आते हैं और त्योहार को मिलकर हर्ष – उल्लास से मनाते हैं।
जानकारी के मुताबिक , जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल भारत के सभी साहित्य प्रेमियों के लिए सबसे अच्छा वार्षिक उत्सव है। बता दे, ये त्यौहार अलग-अलग पृष्ठभूमि से संबंधित लोगों जैसे- नेताओं, लेखकों, व्यापारियों, वक्ताओं और मनोरंजनकर्ताओं को अपने विचार बताने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है और इस फेस्टिवल को 19 जनवरी को आयोजित किया जाता है ।
बता दें , मोढेरा डांस फेस्टिवल गुजरात राज्य के मोढेरा मंदिर में सोलंकी साम्राज्य की महिमा का एक प्रदर्शन है। जोकि हर साल ये मंदिर एक डांस फेस्टिवल को आयोजित करता है। यहां पर नर्तक, गायक और संगीतकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। इसके साथ ही ये महोत्सव कला, नृत्य और संगीत के क्षेत्र की प्रतिभा को भी दर्शाता है और क्षेत्र की झलक भी सबको दिखाता है।
गौरतलब है कि , गणतंत्र दिवस हस साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। बता दें , वर्ष 1950 में इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था और इसी को चिह्नित करने के लिए हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पूरे देश में मनाया जाता है , ये एक राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन हर वर्ष दिल्ली में झांकी के साथ एक परेड भी आयोजित की जाती है।
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