नई दिल्ली। हमारा जीवन जैसा भी है वो हमारी आदतों की वजह से ही है। हमारी आदतें सेहत से लेकर जीवन के तमाम पड़ावों पर अपना प्रभाव डालती हैं। इसी कारण लोग नए साल(New Year Resolution 2024) में प्रवेश करते ही बुरी आदतों को छोड़ने की बात कहते हैं। इसके लिए लोग हर साल न्यू ईयर रेजोल्यूशंस लेते हैं। मगर कुछ रेजोल्यूशन ऐसे होते हैं जिन्हें अक्सर लोग नए साल के मौके पर लेते तो हैं लेकिन ये एक-दो दिन में ही धराशायी हो जाते हैं। जबकि वास्तव में अगर लोग इन्हें अपना लें तो जीवन काफी बदल सकता है। आइए जानते हैं ऐसे 5 कॉमन रेजोल्यूशन के बारे में-
न्यू ईयर पर सबसे कॉमन रेजोल्यूशंस में से एक है कि 1 जनवरी(New Year Resolution 2024) से रोज सुबह जल्दी सोकर उठेंगे। अक्सर ही ये संकल्प पहले दिन ही फेल हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि 31 दिसंबर को पार्टी के बाद, कड़ाके की ठंड में रजाई की गर्माहट, 1 जनवरी की सुबह जल्दी उठने नहीं देती। सर्दी के मौसम में ये सिलसिला बस ‘कल से पक्का करूंगा’ पर टिक कर रह जाता है और अगर इस पर अमल कर भी लिया तो दो से तीन दिनों में सारा जोश गायब हो जाता है।
आज के समय में लगभग सभी को सोशल मीडिया की लत लगी हुई है। ऐसे में जब हमें इसका अहसास होता है तो हम इस संकल्प को नए साल के रेजोल्यूशंस में शामिल कर लेते हैं। लेकिन सुबह आंख खुलते ही मैसेज पढ़ने और भेजने, सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो को अपलोड करने या कमेंट्स देखने की बेचैनी बढ़ने लगती है और रेजोल्यूशन अगले ही दिन टूट जाता है।
कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें शराब, सिगरेट या किसी अन्य तरह के नशे की लत लग चुकी होती है। जिसे वो अक्सर नए साल से ही छोड़ने के लिए संकल्प लेते हैं। ज्यादातर लोग ये सोचते तो हैं लेकिन इसे पूरा नहीं कर पाते। दरअसल, न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बहाने तो कभी दोस्तों के बहाने ‘सिर्फ आज’, ये सोचकर रेजोल्यूशन तोड़ देते हैं। जिसके बाद पूरे साल खुद से किए गए इस वादे को पूरा नहीं कर पाते हैं।
आजकल लोगों में बाहरी खानपान, ओवरईटिंग और फिजिकल एक्टिविटी न के बराबर होने की वजह से लोगों में वजन बढ़ने की समस्याएं देखने को मिलती हैं। जिस से पीछा छुटाने के लिए लोग अक्सर नए साल पर ये संकल्प लेते हैं कि एक्सरसाइज, जिम या मॉर्निंग वॉक शुरू करेंगे। यही नहीं बाहरी खानपान कम करेंगे और ओवर ईटिंग नहीं करेंगे। मगर फिटनेस का ये संकल्प बहुत कम ही लोग पूरा कर पाते हैं। तमाम लोग बढ़ती सर्दी और सुबह के आलस के कारण ये रेजोल्यूशन शुरू ही नहीं कर पाते हैं या एक-दो दिन में ही भूल जाते हैं।
ऐसे स्टूडेंट्स जो पढ़ाई के प्रति लापरवाह होते हैं वो नए साल(New Year Resolution 2024) पर रेजोल्यूशन लेते हैं कि नियमित रूप से पूरे साल पढ़ाई करेंगे। मगर खुद के साथ किए इस वादे को बहुत कम ही लोग निभा पाते हैं। अगर इस रेजोल्यूशन को पूरी ईमानदारी के साथ निभाया जाए तो स्टूडेंट्स का भविष्य बेहतर हो सकता है।
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