Advertisement

साइटिका का चमत्कारी इलाज: इस पौधे के पत्तों से पाएं राहत, पहले दिन से 10% फायदा

गृध्रसी, जिसे साइटिका के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें कमर से लेकर पैर के पंजे तक तेज दर्द होता है।

Advertisement
साइटिका का चमत्कारी इलाज: इस पौधे के पत्तों से पाएं राहत, पहले दिन से 10% फायदा
  • September 27, 2024 10:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: गृध्रसी, जिसे साइटिका के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें कमर से लेकर पैर के पंजे तक तेज दर्द होता है। यह दर्द अक्सर एक ही पैर में होता है और इतना तीव्र होता है कि रोगी को रात में सोना मुश्किल हो जाता है।

साइटिका के लक्षण

साइटिका के प्रमुख लक्षणों में एक पैर में लगातार तेज दर्द होना शामिल है, जो पैर के पंजे से लेकर कूल्हे तक महसूस होता है। इस दर्द के कारण चलना-फिरना, बैठना और सोना भी कठिन हो जाता है।

Parijat for Health|हरसिंगार के पत्ते के फायदे | Harsingar ke Fayade |  benefits of harsingar parijat for health | HerZindagi

हारसिंगार से साइटिका का आयुर्वेदिक इलाज

आयुर्वेद में साइटिका का इलाज हारसिंगार (पारिजात) के पत्तों से किया जा सकता है, जो बेहद प्रभावी और सरल है।

उपचार की विधि

1. हारसिंगार के 10-15 ताजे और कोमल पत्ते लें।

2. पत्तों को अच्छी तरह धो लें और हल्का-सा कूट लें। ध्यान रखें कि इन्हें बहुत बारीक न करें।

3. अब 2 कप पानी में इन पत्तों को धीमी आंच पर उबालें। इसे चाय की तरह हल्की आंच पर पकाएं, तेज आंच पर नहीं।

4. जब काढ़ा तैयार हो जाए, तो इसे छानकर गरमागरम पी लें।

साइटिका का इस पौधे से सफल और चमत्कारी इलाज, पहले दिन से ही 10% फायदा, जाने  प्रयोग विधि

पहले दिन से मिलेगा 10% आराम

इस काढ़े को पीने से आपको पहले ही दिन 10% आराम महसूस हो सकता है। इसे दिन में दो बार पिएं। यदि आप बाहर काम करते हैं, तो काढ़ा थर्मस में भरकर साथ ले जाएं।

सेवन के निर्देश

काढ़े का सेवन करने से 15 मिनट पहले और बाद में ठंडा पानी न पिएं।

दही, लस्सी और आचार से भी परहेज करें।

नियमित रूप से इस उपचार को अपनाएं।

हारसिंगार का काढ़ा: एक प्राकृतिक इलाज

साइटिका के दर्द से राहत पाने के लिए हारसिंगार का काढ़ा एक सरल और प्राकृतिक तरीका है। सही तरीके से और नियमित सेवन करने पर यह काढ़ा साइटिका के मरीजों को लंबे समय तक आराम पहुंचा सकता है।

 

ये भी पढ़ें: मर्दानगी बढ़ाने वाली गोलियों के खतरनाक साइड इफेक्ट्स, क्यों नहीं करना चाहिए इनका सेवन?

ये भी पढ़ें: कुत्ते के काटने से हर साल होती है हजारों मौतें, जानिए रेबीज के लक्षण और बचाव के तरीके!

Advertisement