एक वैज्ञानिक समुह ने पुरूष गर्भनिरोधक जेल बनाया है. इसका ट्रायल 2018 के अप्रैल माह से शुरू किया जाएगा. अभी तक पुरुषों के गर्भनिरोधक के नाम सिर्फ कंडोम और नसबंदी की सुविधा है. अगर यह ट्रायल कामयाब रहा तो आगे आने वाले समय में बेहद उपयोगी साबित होगी.
लंदन:एक वैज्ञानिक समुह ने घोषणा करते हुए बताया है कि उन्होंने पुरुष गर्भनिरोधक जेल बनाया है. इसका ट्रायल आने वाली साल 2018 के अप्रैल माह से शुरू किया जाएगा. दरअसल, अभी तक पुरुषों के गर्भनिरोधक के नाम सिर्फ कंडोम और नसबंदी की सुविधा है. अगर यह ट्रायल कामयाब रहा तो आगे आने वाले समय में बेहद उपयोगी साबित होगी.
मिली जानकारी के अनुसार, अप्रैल 2018 में होने वाले ट्रायल के दौरान उसमें शामिल पुरुषों को जेल की एक बॉटल दी जाएगी. उसमें से पुरुषों को हर रोज आधा चम्मच जेल अपने कंधे और बाजू की उपरी हिस्से पर करीब 4 महीने लगाना है. इस गर्भनिरोधक जेल के सक्रिय केमिकल्स में नेस्टेरॉन नाम का एक प्रोजेस्टिन और टेस्टोस्टेरॉन का सिंथेटिक फॉर्म शामिल है. दरअसल, शरीर के अंदर स्पर्म सेल्स बनाने के लिए टेस्टोस्टेरॉन की जरूरत होती है वहीं प्रोजेस्टिन, वीर्यकोष को टेस्टोस्टेरॉन का उत्पादन करने से रोकने का काम करता है.
बता दें कि अप्रैल में होने वाला जो ट्रायल होगा वह साल 2013 में हुए एक्सपेरिमेंट का अनुसरण करेगा जिसमें यह बत साबित हुई थी कि यह गर्भनिरोधक जेल करीब 90 प्रतिशत पुरुषों में मौजूद स्पर्म के संकेद्रण या जमाव को कम करता है. इस एक्सपेरिमेंट की मुख्य अनुसंधानकर्ता स्टेफनी पेज ने बताया कि अगर पुरुष इस जेल को नियमित तरीके से हर रोज इस्तेमाल करेगा उसपर यह असरदार साबित होगा. इस गर्भनिरोधक जेल के इस्तेमाल करने के करीब 72 घंटो तक पुरुषों के स्पर्म उत्पादन में गिरावट आएगी. वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर यह ट्रायल सफल हो जाता है तो इस गर्भनिरोधक जेल को बाजारों तक आने में थोड़ा समय लग सकता है.
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