कम हाइट वाले लोगों को अक्सर यह डर लगा रहता है कि सामने वाला शख्स उनकी हाइट को लेकर कोई मजाक न बनाएं. लेकिन हाल ही में हुई एक रिसर्च ने लोगों के कम हाइट फियर का समाधान किया है. कम हाइट को अपनी कमी समझने वाले लोग इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद उसे अपनी खूबी समझने लगेंगे.
नई दिल्ली: यह बात जगजाहिर है कि दुनिया में काफी संख्या के लोगों को अपनी हाइट को लेकर परेशान रहते हैं. कम हाइट वाले लोगों को अक्सर यह डर लगा रहता है कि सामने वाला शख्स उनकी हाइट को लेकर कोई मजाक न बनाएं. दरअसल, हाल ही में हुई एक रिसर्च ने लोगों के हाइट फियर का समाधान किया है. इसका मतलब है कि अगर आप अपनी कम हाइट को अपने शरीर की कमी मानते हैं तो यह रिपोर्ट पढ़ने के बाद आप उसे अपनी खूबी समझने लगेंगे.
स्वीडन की लुड यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के मुताबिक, लंबी हाइट वाले लोगों के शरीर में खून का थक्का बनने के चांस काफी ज्यादा होते हैं और रक्त का थक्का बन जाने के कारण हार्ट अटैक, लकवा और मस्तिष्क आघात होने की संभावनाएं काफी अधिक हो जाती है. इस शोध को करने वाले प्रोफेसर बेंगट जोलर की माने तो लंबे लोगों को इन सबका खतरा धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति की वजह से होता है. दरअसल ग्रेवीटी की वजह से लंबी हाइट के लोगों के शरीर में रक्त प्रवाह अधिक उपर जाने की वजह से इन परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
मेडिकल भाषा में इसे ‘वेनस थ्रॉम्बोसिस’ भी कहा जाता है. इसके अनुसार जैसे-जैसे एक व्यक्ति की लंबाई बढ़ती है ऐसे ही उसके शरीर में खून का थक्का जमने की संभावना ज्यादा हो जाती है. रिसर्च के अनुसार 6 फुट 3 इंच की हाइट वाले लोगों के मुकाबले 5 फुट 3 इंच हाइट वाले लोगों को इस बीमारी के लगने का खतरा 65 प्रतिशत कम होता है. इसके साथ ही रिसर्च में कहा गया है कि इंसान के शरीर की नसों की लंबाई ज्यादा होने की वजह से ग्रेविटी के ऊर्ध्वाधर के प्रभाव से रक्त का प्रवाह एक ऊंचाई पर जाकर रूक सकता है जिस वजह से खून का थक्का बनने की संभावनाएं अधिक रहती हैं. हालांकि, प्रमाणित रूप से इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. बता दें कि प्रोफेसर ने यह रिसर्च साल 1951 से लेकर 1992 के बीच पैदा हुए 12 लाख पुरुषों और साल 1982 से लेकर साल 2004 के बीच गर्भवती हुई करीब 10 लाख महिलाओं पर किया गया था.