लाइफस्टाइल: आज कल के दौर में लगातार डायबिटीज के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही हैं. ऐसे में तमाम तरह के उपाय अपनाने वाले लोगों को इस बात का पता होना चाहिए कि बीपी के बढ़ने से भी आपकी हेल्थ खराब हो सकती है. तो ऐसी स्थिति में मरीजों इस बारे जरूर जानकारी होनी चाहिए कि […]
लाइफस्टाइल: आज कल के दौर में लगातार डायबिटीज के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही हैं. ऐसे में तमाम तरह के उपाय अपनाने वाले लोगों को इस बात का पता होना चाहिए कि बीपी के बढ़ने से भी आपकी हेल्थ खराब हो सकती है. तो ऐसी स्थिति में मरीजों इस बारे जरूर जानकारी होनी चाहिए कि आपका बीपी का लेवल कितना होना चाहिए, ताकी आपका ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहे. आपको बता दें कि बीपी का सीधा असर शरीर में ब्लड शुगर पर भी पड़ता है. तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि मरीजों का बीपी कितना होना चाहिए.
क्या आपको पता हैं कि डायबिटीज के मरीजों का ब्लड प्रेशर हाई होने से किडनी और आंखों से जुड़ी दिक्कतें होने लगती है. सामान्य तौर पर डायबिटीज की समस्या में ब्लड प्रेशर सिस्टोलिक 120/80 mm Hg और डायस्टोलिक 129/80 mm HG होना ठीक माना जाता है. यदि लगातार ब्लड प्रेशर की रीडिंग इससे ज्यादा बनी रहती है तो आपको अपने डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए, नहीं तो आपको परेशानी हो सकती है.
आज कल के समय में डायबिटीज एक कॉमन बीमारी हैं. इससे निपटने के लिए कुछ लोग या तो दवाइयों पर निर्भर होते हैं तो वहीं कुछ लोग एहतियात अपनाते हैं. डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है. ऐसी स्थिति में आपको अच्छे खानपान और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने होंगे, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल किया जा सकता है.