नई दिल्ली: मानसून में वायरल बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।चिकनगुनिया इन्हीं संक्रमित बीमारियों में से एक है। क्या है चिकनगुनिया? चिकनगुनिया CHIKV नाम के वायरस से फैलता है। यह बीमारी संक्रमित मादा मच्छर के काटने से होती है। इसके लक्षण 3 से 7 दिनों के अंदर इंसान में दिख जाते हैं। कैसे होती है […]
नई दिल्ली: मानसून में वायरल बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।चिकनगुनिया इन्हीं संक्रमित बीमारियों में से एक है।
चिकनगुनिया CHIKV नाम के वायरस से फैलता है। यह बीमारी संक्रमित मादा मच्छर के काटने से होती है। इसके लक्षण 3 से 7 दिनों के अंदर इंसान में दिख जाते हैं।
ये एडीज एजिप्टी प्रजाति की मादा मच्छरों के काटने से होता है। इसके लक्षण 3-7 दिन के अंदर नजर आने लगते हैं। ये होते हैं इसके कुछ प्रमुख लक्षण।
-सिरदर्द
-जोड़ों में दर्द
-थकान
-कमजोरी महसूस करना
हालांकि, कुछ मामलों में ये खुद ही बिना किसी उपचार के ठीक होने लगता है लेकिन ऐसे लोग जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है जैसे बच्चे या बूढ़े, उनके लिए ये खतरनाक साबित हो सकता है।
यह बीमारी अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप और भारत जैसे देशों में अधिक प्रभाव डालता है।
इस बीमारी का पहला मामला अफ्रीका में साल 1952 में सामने आया था।
देश में चिकनगुनिया एक एक्टिव बीमारी है जो मानसून आते ही फैलने लगती है। हर साल भारत में इससे हजारों की संख्या में मौत होती है। साल 2024 में 31 मई तक इसके 225 मामले दर्ज किए गए थे।
इस बीमारी से बचने के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। पीड़ित को आराम, दवाओं के साथ तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। इस समय मरीज को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। विटामिन-सी से भरपूर फलों के सेवन से इम्यूनिटी स्ट्रांग होगी
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