नई दिल्ली: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कोई न कोई चिंता का विषय लगा रहता है, जो दिन भर ज्यादा सोचने का विषय बन जाता है, और यही वजह है कि लोग तेजी से मानसिक बीमारी का शिकार होते जा रहे है. अगर भारत की बात की जाए, तो राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 […]
नई दिल्ली: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कोई न कोई चिंता का विषय लगा रहता है, जो दिन भर ज्यादा सोचने का विषय बन जाता है, और यही वजह है कि लोग तेजी से मानसिक बीमारी का शिकार होते जा रहे है. अगर भारत की बात की जाए, तो राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 के मुताबिक, भारत की 18 वर्ष से ज्यादा की 10.6 फीसदी आबादी यानी करीब 15 करोड़ लोग किसी न किसी मानसिक रोग का शिकार हैं, हर छठे भारतीय को मानसिक स्वास्थ्य के लिए मदद की जरूरत पड़ रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसी व्यक्ति के मानसिक रोगी होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, आइए जानते है वो कारण:
क्या आप जानते है कि नकारात्मक विचार और ऐसी आदतें अधिक खाने को ट्रिगर कर सकती हैं, ज्यादा खाना भी इन संकेतों में शामिल है. इसके साथ ही, एक साथ बहुत सारा खाना खाना, और बाद में ऐसा महसूस करना कि आप ज्यादा खाने का सेवन कर रहे हैं. यह एक बड़ा संके हो सकता है. यही कारण है कि मोटापे से ग्रस्त लोग अक्सर मानसिक बीमारी का भी शिकार होते हैं.
हाइपरसोम्निया नींद का एक विकार है जिसमें व्यक्ति को दिन में बहुत नींद आती है. दिन में अत्यधिक नींद आने से हाइपरसोम्निया से पीड़ित व्यक्ति को हमेशा ज्यादा नींद की जरूरत महसूस होती है, और शायद ही कभी पूरी तरह से उसे आराम महसूस हो पाता है, ऐसे में जब नींद की कमी पूरी नही होती तो ये मानसिक बीमारी के रूप में बदल जाती है.
साइकोटिक डिसऑर्डर एक ऐसा विकार है जिसमें आपकी जागरुकता व सोचने की क्षमता बिगड़ जाती है, इसका सबसे आम संकेत है कि इससे आप भ्रमित होने लगते हैं. इतना ही नहीं बैठे-बैठे कहीं और ही खो जाते हैं, इसमें भ्रमित व्यक्ति को काल्पनिक आवाजों और तस्वीरों का भी अनुभव होने लगता है, और वो धीरे-धीरे उसी सोच के मुताबिक जीने लगता है.