नई दिल्ली : तुलसी के पौधे को आयुर्वेदिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आप कई बार जाने-अनजाने में तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियां कर देता है, जिससे देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। आपको बता दें कि कई […]
नई दिल्ली : तुलसी के पौधे को आयुर्वेदिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आप कई बार जाने-अनजाने में तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियां कर देता है, जिससे देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। आपको बता दें कि कई बार व्यक्ति बिना दिन या तिथि देखे तुलसी के पत्ते को तोड़ देते है। अगर कोई ऐसा करता है तो जल्द ही उस व्यक्ति के बुरे दिन शुरू हो जाते है। पुराणों में तुलसी के पत्ते तोड़ने के कुछ खास नियम बताए गए हैं, आइए इन नियमों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एकादशी पर भूलकर भी तुलसी के पत्ते न तोड़ें। दरअसल, एकादशी पर तुलसी के बिना पूजा पूरी नहीं मानी जाती। इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने की बजाय व्यक्ति एक दिन पहले दशमी तिथि को भी तोड़ सकता है। तुलसी को कभी बासी नहीं माना जाता क्योंकि पुराणों के अनुसार इस पौधे को पवित्र माना जाता है।
रविवार, चंद्र और सूर्य ग्रहण के दिन कभी भी तुलसी के पत्ते न तोड़ें। इससे घर में दुर्भाग्य जल्दी आता है, इसलिए ऐसा करने से बचें। इतना ही नहीं, रविवार को तुलसी पर कभी भी जल न चढ़ाएं और न ही उसे छूएं।
ध्यान रखें कि सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते कभी न तोड़ें और जब भी तुलसी के पत्ते तोड़ें तो पहले हाथ जोड़कर प्रणाम करें। साथ ही, इन्हें कभी भी नाखून की मदद से न तोड़ें।
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