September 20, 2024
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क्या नॉन वेज खाना गलत है? जानिए वैज्ञानिक तथ्य

  • WRITTEN BY: Amisha Singh
  • LAST UPDATED : July 27, 2022, 6:36 pm IST

नई दिल्ली: आज कल के समय में शाकाहारी खाने के साथ ही लोगों में तरह-तरह के नॉन-वेज खाने का चलन बढ़ रहा है. खैर आपको बता दें कि आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ये पूरी तरीके से आपकी व्यक्ति चॉइस है. ऐसे में हम आपको किसी भी तरीके की सलाह नहीं देंगे लेकिन फिर भी यदि आप नॉन वेज फूड आइटम्स से होने वाले नुकसान के बारे में जानना चाहते हैं तो आज हम आपको साइंटिफिक यानी की वैज्ञानिक तथ्यों के आधार बताने वाले हैं कि नॉन वेज खाने के क्या क्या नुकसान है और इसे क्यों नहीं खाना चाहिए? चलिये जानते हैं :

-एक शोध में ये खुलासा हुआ कि जब हम लगातार प्रोसेस्ड मीट और रेड मीट का सेवन करते हैं. तो कोलोरेक्टल कैंसर के चपेट में आ सकते हैं. जो हमारे लिए मौत का कारण बन सकता है.

-ज्यादा नॉन वेज का सेवन करने से इंसान के भीतर चिड़चिड़ापन आने लगता है और वो स्वभाव से उग्र होने लगता है. मांसाहार आपके तन और मन दोनों को ही अस्वस्थ कर देता है.

– मांसाहारी लोगों में कई तरह की गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है जिससे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, दिल की बीमारी, कैंसर, गुर्दे का रोग, गठिया और अल्सर जैसी कई बीमारियां आपको अपनी चपेट में ले सकती हैं.

– WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक मांसाहार इंसान के शरीर के लिए उतना ही खतरनाक है जितना कि धूम्रपान. इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पके हुए मांस से आपके कई तरह के जानलेवा कैंसर का खतरा होता है.

– मांसाहारी भोजन की तुलना में शाकाहारी भोजन हमारे सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है. शाकाहारी भोजन इंसान को स्वस्थ, दीर्घायु, निरोग व तंदरुस्त बनाए रखता है.

– बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियां मुर्गियों व सूअरों के ज़रिए इंसानों में फैलती हैं. इन प्राणियों का मांस खाना इसकी सबसे बड़ी वजह मानी जाती है.

बहरहाल अगर आप खुद को तन और मन से तंदरुस्त रखना चाहते हैं तो इसके लिए शाकाहार सबसे बेहतर ज़रिया बन सकता है. यही वजह है कि मेंटल एंड फिजिकल फिटनेस के लिए शाकाहार अपनाना चाहिए।

 

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