International Yoga Day 2019 Wishes: अंतराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है. इस दिन की पहल नरेंद्र मोदी द्वारा ही की गई थी. योग दिवस के पहले ही गूगल पर खूब योग मैसेज, योग एसएमएस, योग डे फोटो, योगा डे वॉलपेपर, शायरी आदि खूब सर्च किए जा रहे हैं.
नई दिल्ली. हर वर्ष 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. योग दिवस मनाने की शुरुआत 15 जून 2015 से हुई. योग दिवस भारत के लिए कई मायनों में खास है क्योंकि इस दिन को मनाने की पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही की. योग दिवस के पहले ही गूगल पर खूब योग मैसेज, योग एसएमएस, योग डे फोटो, योगा डे वॉलपेपर, शायरी आदि खूब सर्च किए जा रहे हैं. आप भी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, परिवार वालों को प्रेरणा देने व विश करने के लिए इन मैसेज का इस्तेमाल कर सकते हैं. सोशल मीडिया पर योग दिवस के वॉलपेपर, फोटोज व वीडियो वायरल होने लगी हैं. फेसबुक, ट्वीटर व इंस्टाग्राम से योग दिवस से जुड़ी पोस्ट और स्टेट्स खूब छाए हुए हैं.
जानिए योग दिवस का इतिहास
भारत के अलावा पूरे विश्व में 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है. पीएम मोदी तो सोशल मीडिया के जरिए सभी देशवासियों से योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की पहल भी कर चुके हैं. इस खास दिवस को मनाने के पीछे नरेंद्र मोदी का खास रोल रहा है. दरअसल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014, 27 दिसंबर को सयुंक्त राष्ट्र महासभा में इस प्रस्ताव को पेश किया. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में ही योग के महत्व को बताया और विश्व भर में इस दिवस मनाने के लिए आग्रह किया. जिसके बाद 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली.
जानिए योग दिवस मनाने की पीछे क्या है वजह
21 जून के दिन ग्रीष्म संक्रांति होती है, इस दिन से सूरज धरती की दृष्टि से उत्तर से दक्षिण की ओर चलना शुरू कर देता है. इतना ही नहीं पूरे साल का ग्रीष्म संक्रांति का दिन सबसे लंबा दिन होता है. इस वैज्ञानिक महत्व की वजह से ही योग दिवस को मनाने के लिए इस दिन को चुना गया.
1. सफलता तीन चीज़ो से मापी जाती हैं
धन, प्रसिद्धी और मन की शांति
धन और प्रसिद्धी पाना आसान हैं
“मन की शांति” केवल योग से मिलती हैं
2. “योग”, जीवन का वह दर्शन हैं,
जो मनुष्य को उसके आत्मा से जोड़ता हैं.
3. सफलता तीन चीज़ो से मापी जाती हैं.
धन, प्रसिद्धी और मन की शांति.
धन और प्रसिद्धी पाना आसान हैं.
“मन की शांति” केवल योग से मिलती हैं.
4. योग धर्म नही, एक विज्ञान हैं,
यह कल्याण का विज्ञान, यौवन का विज्ञान,
शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने का विज्ञान हैं.
Healthy plants and trees yield
abundant flowers and fruits.
Similarly, from a healthy person,
smiles and happiness shine
forth like the rays of the sun.
https://www.youtube.com/watch?v=Pj1R_Ur41lw