World Tuberculosis Day 2025: आज वर्ल्ड टीबी दिवस है। यह एक ऐसे घातक बीमारी है,जो हर साल लाखों लोगों को निगल जाती है। भारत दुनिया में सबसे अधिक ट्यूबरकुलोसिस प्रभावित देशों में आता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में हर 3 मिनट में दो लोगों की मौत टीबी से हो जाती है। पीएम मोदी ने साल 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा था, जिसे लेकर लड़ाई जारी है। भारत में टीबी के मामलों में 17.7% की गिरावट देखी गई है। आइये जानते हैं कि हम खुद को टीबी से कैसे बचा सकते हैं-

क्यों होता है टीबी

टीबी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। टीबी से पीड़ित व्यक्ति जब खांसता है तो ये बैक्टीरिया हवा में फैल जाते हैं और अगर कोई दूसरा व्यक्ति इस बैक्टीरिया के संपर्क में आता है तो उसे टीबी होने का खतरा रहता है। इसके अलावा कुछ आदतें भी टीबी का कारण बन सकती हैं।

कैसे करें टीबी से बचाव

  • धूम्रपान की आदत – धूम्रपान टीबी के जोखिम कारकों में से एक है। जिन लोगों को सिगरेट या बीड़ी पीने की आदत होती है, उन्हें टीबी होने का खतरा अधिक होता है।
  • टीबी संक्रमित देश की यात्रा करना – अगर कोई ऐसा देश है जहां टीबी से संक्रमित लोगों की संख्या अधिक है और व्यक्ति नियमित रूप से ऐसे ही देशों की यात्रा करता है तो उसे टीबी होने की संभावना बढ़ सकती है।
  • भीड़भाड़ वाली जगह पर रहना या बंद जगह में रहना – अगर कोई व्यक्ति घनी आबादी वाले शहर में रहता है या उसके पड़ोस या घर में छोटी सी जगह में बहुत सारे लोग रहते हैं तो फिर ऐसे में टीबी का खतरा बढ़ जाता है।

टीबी के लक्षण –

टीबी होने पर लगातार खांसी आने लगती है। खांसी के साथ-साथ बलगम निकलता है और बलगम में खून भी दिखाई देता है।टीबी होने पर सीने में दर्द होने लगता है। टीबी के मरीज को कमजोरी महसूस होने लगती है और हर समय थकान महसूस होती है। भूख कम लगती है। बुखार आने लगता है। रात को सोते समय बहुत पसीना आता है।

 

नसों में चिपक गए जिद्दी कोलेस्ट्रॉल को निचोड़ फेकेंगे ये 5 सस्ते फल, कभी नहीं आएगा हार्ट अटैक