आधुनिक जीवनशैली में अनियमित खान-पान और तनावपूर्ण दिनचर्या के कारण हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। खासकर सुबह के समय शरीर में होने वाले कुछ विशेष लक्षणों को नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है।
नई दिल्ली: आधुनिक जीवनशैली में अनियमित खान-पान और तनावपूर्ण दिनचर्या के कारण हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। खासकर सुबह के समय शरीर में होने वाले कुछ विशेष लक्षणों को नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह उठते ही रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) का असामान्य रूप से बढ़ना मॉर्निंग हाइपरटेंशन का संकेत हो सकता है। यह स्थिति हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। आइए जानते हैं इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय।
1. सिरदर्द: सुबह उठते ही सिर के पिछले हिस्से में तेज दर्द महसूस होना।
2. चक्कर आना: बिस्तर से उठते समय या चलते समय चक्कर आना।
3. बेचैनी और घबराहट: दिल की धड़कन तेज होना और अचानक घबराहट महसूस करना।
4. छाती में दर्द: हल्का या तेज दबाव या दर्द महसूस होना।
5. थकान और कमजोरी: बिना किसी मेहनत के शरीर में कमजोरी और थकान रहना।
विशेषज्ञों के अनुसार, मॉर्निंग हाइपरटेंशन का मुख्य कारण शरीर में सर्केडियन रिदम (बॉडी क्लॉक) का प्रभाव है। सुबह के समय शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। अन्य कारणों में शामिल हैं जैसे कि-अनियमित खानपान और अधिक नमक का सेवन। तनाव और खराब नींद। मोटापा और शारीरिक गतिविधियों की कमी। धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन करना।
1. नियमित ब्लड प्रेशर की जांच करें: सुबह उठने के बाद अपने ब्लड प्रेशर की निगरानी करें।
2. स्वस्थ आहार अपनाएं: फलों, सब्जियों और कम सोडियम वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
3. तनाव कम करें: मेडिटेशन, योग और गहरी सांस लेने के अभ्यास से तनाव को कम करें।
4. शारीरिक गतिविधियां बढ़ाएं: रोजाना कम से कम 30 मिनट की सैर या व्यायाम करें।
5. डॉक्टर की सलाह लें: यदि कोई लक्षण बार-बार दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
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