नई दिल्ली। बस कुछ ही दिनों में वैलेंटाइन(Valentine) वीक शुरू हो जाएगा। इस दौरान, कई लोग अपने चाहने वालों को प्रपोज करने का प्लान बनाएंगे। कई लोग इस वीक(Valentine) अपने नए रिश्ते की शुरूआत करेंगे। लेकिन जरूरी नहीं कि जिसे आप प्रपोज़ कर रहे हैं वो आपको हां ही कहे। ऐसे में आप अपने आप को इस बात के लिए भी तैयार रखिए की अगर उसने मना कर दिया तो आप खुद को कैसे संभालेंगे? कई बार ऐसा देखा जाता है कि कुछ लोग इस रिजेक्शन को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और गुस्से में आकर गलत कदम उठा लेते हैं। लेकिन याद रखें कि ऐसे में आपको निराश नहीं होना है बल्कि, इससे उभरकर अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ना है। इसके लिए ये बातें आपके काम आ सकती हैं।
ज़िंदगी में चाहे नौकरी हो, प्यार हो या चाहे कोई आपकी पसंद का इंसान, खुद से ये सवाल जरूर करें कि आप उसे क्यों पाना चाहते हैं? अगर आपको इन सवालों का जवाब खुद के अंदर से मिल जाए तो ही आप उस चीज को पाने की इच्छा लाएं। इस सवाल का जवाब मिलने के बाद इस बात का आकलन करें कि आगर वो चीज़ आपको नहीं मिलेगी तो क्या आपके जीवन में कोई कमी रहेगी? अगर जवाब हां है तो उसे पाने के लिए पूरी शिद्दत से प्रयास करें।
कई बार लोग रिजेक्ट होने के बाद खुद को तकलीफ देने लगते हैं। जबकि, खुद को तकलीफ देना किसी समस्या का समाधान नहीं है। जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं, हमें परेशानी से निकलने के बारे में सोचना चाहिए। खुद को नुकसान पहुंचाने से आप अपनी समस्या को बढ़ाते हैं। ऐसे में अगर रिजेक्ट होने का दुख हो या गुस्सा आए तो उस जगह से थोड़ी देर के लिए हट जाएं और अपना जीवन सुधारने के बारे में सोचें।
जब भी किसी चीज़ को लेकर सेलेक्शन या रिजेक्शन का समय आता है तो आपको हां और न दोनों के लिए तैयार रहना चाहिए। इस समय अगर आप नकारात्मक जवाब को पर्सनली लेंगे तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। इसलिए खुद को हमेशा सच के लिए तैयार रखें।
जीवन में किसी को प्यार करने से ज्यादा जरूरी है, खुद से प्यार(Valentine) जताना। क्योंकि, जो इंसान खुद से ही प्यार नहीं करता वो किसी दूसरे को खुश कैसे रख पाएगा? इसलिए अपने अंदर नकारात्मक सोच बिलकुल न आने दें। अगर कोई आपको गलत समझ रहा हो तो उस पर अपनी एनर्जी न वेस्ट करें। खुद के साथ समय बिताएं और याद रखें कि खुद से प्यार करने से ज्यादा कुछ नहीं होता।
अगर आपको किसी ने रिजेक्ट कर दिया है और अब आप अकेला महसूस कर रहे हैं तो आप लिखने की आदत डालिए। आप डायरी और पेन को अपना अच्छा दोस्त बना सकते हैं। इससे आपके मन में जो भी चल रहा है उसे लिख दीजिए। ऐसा करने से आपका मन शांत होगा और आप बेहतर महसूस करेंगे।
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