नई दिल्लीः हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर कई जानलेवा बीमारियों की वजह बन सकता है। इस परेशानी से दुनियाभर में करोड़ों लोग पीड़ित हैं जो सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। सोडियम की मात्रा ज्यादा होने के कारण से हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है। जानें और किन कारणों से बीपी बढ़ सकता […]
नई दिल्लीः हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर कई जानलेवा बीमारियों की वजह बन सकता है। इस परेशानी से दुनियाभर में करोड़ों लोग पीड़ित हैं जो सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। सोडियम की मात्रा ज्यादा होने के कारण से हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है। जानें और किन कारणों से बीपी बढ़ सकता है और कैसे इसे कंट्रोल में लिया जा सकता है।
जानकारी के लिए बता दें हाइपरटेंशन उस कंडिशन को कहा जाता है, जिसमें रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg या उससे ज्यादा हो। हाइपरटेंशन का इलाज न होने पर, यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थिति उत्पन्न कर सकता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत को कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है।
एक्सपर्ट्स ने जानकारी दी कि ज्यादा सोडियम की मात्रा ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का कार्य करती है, जो हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए घातक भी साबित हो सकता है। लेकिन खाने के स्वाद को बरकरार रखने के लिए लोग अपनी डाइट में नमक की मात्रा कम नहीं कर रहे हैं। दूसरी तरफ, पोटेशियम की मात्रा कम होने के कारण से भी हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ता है। इसलिए पोटेशियम युक्त नमक का इस्तेमाल करने से, इन दोनों दिक्कतों को हल किया जा सकता है।
नमक के दूसरे विकल्पों की तुलना में पोटेशियम युक्त नमक स्वाद को बरकरार रखता है और सोडियम न होने के कारण से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। इसलिए सोडियम नमक की जगह पोटेशियम युक्त नमक का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। हालांकि, जिन लोगों में किडनी से जुड़ी कोई परेशानी है, वे पोटेशियम युक्त नमक का सेवन न करें, यह राय दी गई है।
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