बारिश के बाद भी जारी है गर्मी, स्कूलों मे छात्र हो रहे बेहोश, ऐसे रखें इस मौसम में अपने बच्चों का ख्याल

नई दिल्ली: बारिश के मौसम में उमस और चिड़ चिड़ाने वाली गर्मी पड़ती है, ये गर्मा लोगों को काफी परेशान करती है। इस कारण स्कूल में बच्चे भी बीमार पड़ जाते हैं। कैसे रखें इस मौसम में अपने बच्चों का ख्याल? मानसून की गर्मी बड़ी खतरनाक होती है, इसमें बारिश तो होती है लेकिन उतनी […]

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बारिश के बाद भी जारी है गर्मी, स्कूलों मे छात्र हो रहे बेहोश, ऐसे रखें इस मौसम में अपने बच्चों का ख्याल

Namrata Mohanty

  • August 2, 2024 1:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: बारिश के मौसम में उमस और चिड़ चिड़ाने वाली गर्मी पड़ती है, ये गर्मा लोगों को काफी परेशान करती है। इस कारण स्कूल में बच्चे भी बीमार पड़ जाते हैं। कैसे रखें इस मौसम में अपने बच्चों का ख्याल?

मानसून की गर्मी बड़ी खतरनाक होती है, इसमें बारिश तो होती है लेकिन उतनी ही दिन में गर्मी भी होती है। यह गर्मी ऐसी होती है कि बच्चे इसकी चपेट में आ जाते हैं। स्कूल में बच्चे बेहोश हो रहे हैं तो किसी को उल्टी-दस्त की शिकायत है। इसका सबसे बड़ा कारण है उमस ये मौसम को इतना गर्म कर देती है कि बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाती है। स्कूल में खेलते समय या बस से आना जाना करने वाले छात्रों का दिनभर पसीना निकलता रहता है, ऐसे में बॉडी डिहाइड्रेट होने लगती है।

जानिए कैसे बच्चों का ख्याल रख सकते हैं

-ये मौसम बरसात के वजह से हल्का ठंडा हो जाता है इसलिए बच्चे पानी पीने में कमी कर देते हैं, जिस कारण शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। इसलिए बच्चों को दिनभर में भरपूर पानी पिलाने की कोशिश करें।

-जब भी बच्चे स्कूल से घर आए तो उनके शरीर को कूल डाउन करें,  ध्यान रखें बच्चे को बाहर से आने के बाद नॉर्मल पानी पिलाए, बर्फ वाला पानी नुकसानदायक हो सकता है। बच्चे को पंखे की हवा में बिठाए न की ऐसी के सामने।

-बच्चों को घर मे लूज, हल्के रंगों के हवादार कपड़े पहनाएं।

-बच्चों की डाइट में सीजनल फलों और सब्जियों को शामिल करें।

-बच्चों के पोषण में कमी न होने दें, उन्हें पर्याप्त भोजन खिलाएं, दालें, सब्जियां और साबुत अनाज खाना सही रहेगा।

बेहोशी में क्या करें?

अक्सर बच्चा यो कोई भी शख्स बेहोश होता है तो लोग उसे पानी पिलाते हैं मगर ऐसा करना सही नहीं है, ये बेहोश व्यक्ति की जान को और खतरे में डाल देती है। बेहोशी में पिलाया गया पानी गले से पेट की बजाय लंग्स में चला जाता है जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। कई बार ऐसा करने से निमोनिया भी हो जाता है।

नोट:- एक्सपर्ट्स के अनुसार बेहोशी में कभी भी समय बर्बाद व करके सीधे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि ज्यादा समय गुजरने के बाद हालात बिगड़ सकते हैं।

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