नई दिल्ली: मिसकैरेज के बाद महिला शारीरिक और मानसिक दोनों तरीकों से कमजोर हो जाती है, सेहत को बेहतर करने के लिए अच्छा खान-पान और रेस्ट करना जरूरी है. गर्भपात एक बड़ी समस्या आजकल महिलाओं में फर्टिलिटी रेट कम होने के केस बढ़ते ही जा रहे हैं. महिलाएं के साथ गर्भ धारण करने में या […]
नई दिल्ली: मिसकैरेज के बाद महिला शारीरिक और मानसिक दोनों तरीकों से कमजोर हो जाती है, सेहत को बेहतर करने के लिए अच्छा खान-पान और रेस्ट करना जरूरी है.
आजकल महिलाओं में फर्टिलिटी रेट कम होने के केस बढ़ते ही जा रहे हैं. महिलाएं के साथ गर्भ धारण करने में या फिर प्रेग्नेंट होने के बाद मिसकैरेज की समस्याएं आम हो गई है. इसका सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल है.
मिसकैरेज होना किसी भी महिला के लिए आसान नहीं होता है, खासकर अगर गर्भपात की समस्या लगातार होने लगे. मिसकैरेज के बाद महिला की अवस्था मानसिक और शारीरिक रूप से खराब रहती है. ऐसे में उनका खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.
-महिला को मिसकैरेज के बाद मीठा खाने से बचना चाहिए. हालांकि, ज्यादा मीठा किसी के भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है लेकिन मिसकैरेज के समय मीठा शरीर में तेजी से ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है.
-मिसकैरेज से जूझ रही है तो जंक फूड्स खाने से भी परहेज करना चाहिए, बाहर का तला भूना खाना बॉडी में फैट और कैलोरी को बढ़ाएगा. ऐसा खाना खाने से शरीर में न्यूट्रिशन की कमी भी होने लगती हैं.
-शराब पीना जानलेवा हो सकता है, कई बार महिलाएं मिसकैरेज के बाद इमोशनली वीक हो जाती है जिस वजह से वो शराब का सेवन शुरू कर देती है. नशीले पदार्थ रिकवरी को और भी ज्यादा स्लो कर सकता है.
-गर्भपात के बाद धूम्रपान करना तुरंत बंद कर देना चाहिए, स्मोकिंग महिलाओं में फर्टिलिटी रेट को कम करता है.
सबसे पहले तो, इस समय महिला को अपने पार्टनर और परिवार की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. वे लोग उनका ख्याल रखें, उन्हें खुश रखें और स्ट्रेस से दूर रखें. मिसकैरेज के बाद महिलाओं को फिजिकल एक्टिविटी जरूर शुरू कर देनी चाहिए. ज्यादा दिनों तक रेस्ट करने से शरीर में अकड़न और रिकवरी में देरी होती है. अच्छा और पौष्टिक भोजन का सेवन करें, अपनी डाइट में हरी सब्जियों, नट्स और सीड्स को शामिल करें. इस समय शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पिएं.
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