घर के बाहर लगी तार में कितना करंट पास होता है, झटके लग जाए तो क्या होगा?

नई दिल्ली: बिजली हमारे सामान्य जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। घरों, दफ्तरों और सड़कों पर लगे तारों से ही हमें बिजली मिलती है। लेकिन, ये बिजली बेहद खतरनाक भी हो सकती है. यदि सावधानी न बरती जाए तो बिजली के झटके से गंभीर चोट लग सकती है या मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे […]

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घर के बाहर लगी तार में कितना करंट पास होता है, झटके लग जाए तो क्या होगा?

Zohaib Naseem

  • November 9, 2024 3:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 weeks ago

नई दिल्ली: बिजली हमारे सामान्य जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। घरों, दफ्तरों और सड़कों पर लगे तारों से ही हमें बिजली मिलती है। लेकिन, ये बिजली बेहद खतरनाक भी हो सकती है. यदि सावधानी न बरती जाए तो बिजली के झटके से गंभीर चोट लग सकती है या मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे में सवाल उठता है कि एक बिजली के तार में कितनी बिजली होती है? आइए जानें.

उच्च वोल्टेज होता

घर के बाहर लगे तारों में करंट की मात्रा कई बातों पर निर्भर करती है। भारत में, घरों में आम तौर पर 220 वोल्ट का एकल चरण करंट होता है, जबकि औद्योगिक क्षेत्रों में तीन चरण का करंट होता है जिसमें उच्च वोल्टेज होता है। आपको बता दें कि तार की मोटाई उसकी करंट ले जाने की क्षमता निर्धारित करती है, जितना अधिक भार होगा, उतना अधिक करंट प्रवाहित होगा। बता दें कि बिजली वितरण कंपनी या बिजली विभाग द्वारा घरों में सप्लाई की जाने वाली बिजली 220 से 250 वोल्ट की होती है. बिजली वितरण कंपनी 120 केवी / 66 केवी / 33 केवी एसी 50 हर्ट्ज आपूर्ति को सबस्टेशन से सब स्टेशन तक पहुंचाती है।

जान भी जा सकती है

यह इतना ज़्यादा है कि इससे किसी व्यक्ति को गंभीर चोट लग सकती है या उसकी जान भी जा सकती है.जब कोई व्यक्ति बिजली के संपर्क में आता है तो उसमें करंट प्रवाहित होता है। इस करंट के प्रभाव से शरीर के अंग क्षतिग्रस्त हो सकते हैं और हार्ट फेल हो सकता है। बिजली के झटके की गंभीरता कई बातों पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए, जितनी देर तक करंट शरीर से गुजरेगा, उतना अधिक नुकसान होगा। इसके अलावा करंट की मात्रा इस बात पर भी निर्भर करती है कि शरीर के किस हिस्से से कितने वोल्ट की बिजली गुजर रही है।

 

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