खूनी सेप्सिस कैसे करता है शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम को डाउन

नई दिल्ली : सेप्सिस एक तरह का ब्लड में फैलने वाला इंफेक्शन है, जिसे सेप्टिसीमिया कहते हैं। यह इंफेक्शन बहुत खतरनाक होता है। इस इंफेक्शन से निपटने के लिए खून में घुलने वाले केमिकल पूरे शरीर में जलन और सूजन पैदा करते हैं, इसे ही सेप्सिस कहते हैं। इसके कारण शरीर में कई तरह के बदलाव […]

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खूनी सेप्सिस कैसे करता है शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम को डाउन

Manisha Shukla

  • September 24, 2024 11:30 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 months ago

नई दिल्ली : सेप्सिस एक तरह का ब्लड में फैलने वाला इंफेक्शन है, जिसे सेप्टिसीमिया कहते हैं। यह इंफेक्शन बहुत खतरनाक होता है। इस इंफेक्शन से निपटने के लिए खून में घुलने वाले केमिकल पूरे शरीर में जलन और सूजन पैदा करते हैं, इसे ही सेप्सिस कहते हैं। इसके कारण शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इसके कारण शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचता है। जिसके कारण वो अंग धीरे-धीरे काम करना बंद कर देते हैं।

लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के सिएटल स्थित वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 195 देशों की मेडिकल रिपोर्ट की जांच की। इस दौरान उन्होंने 10.9 करोड़ लोगों की मौत के बारे में बताया। शोधकर्ताओं ने बताया कि इसमें से 1.1 करोड़ लोगों की मौत सेप्सिस के कारण हुई। सेप्सिस के लक्षण सेप्सिस के शुरुआती लक्षणों का पता लगाना बहुत मुश्किल होता है। इसके अलावा भी कुछ संकेत होते हैं।

 

सेप्सिस के लक्षणों को ऐसे पहचानें

सेप्सिस बैक्टीरिया के संक्रमण के जोखिम को काफी बढ़ा देता है। यह कई अन्य संक्रमणों के कारण होता है। यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। छोटी-मोटी चोट और खरोंच के कारण भी सेप्सिस हो सकता है। निमोनिया, मूत्र मार्ग में संक्रमण, अपेंडिसाइटिस और मेनिन्जाइटिस जैसी कई गंभीर बीमारियां सेप्सिस के जोखिम को बढ़ाती हैं। सेप्सिस कैथेटर, सर्जिकल चीरों, अल्सर और बैक्टीरिया के कारण हो सकता है।

सेप्सिस किसी भी संक्रमण के कारण हो सकता है। लेकिन कुछ प्रकार के संक्रमणों में सेप्सिस का खतरा अधिक होता है। इनमें निमोनिया, पेट में संक्रमण, किडनी में संक्रमण और रक्त विषाक्तता शामिल हैं। सेप्सिस के लक्षणों में शामिल हैं। बुखार या हाइपोथर्मिया कंपकंपी या ठंड लगना गर्म या चिपचिपी/पसीने वाली त्वचा भ्रम या बेचैनी हाइपरवेंटिलेशन (तेज़ साँस लेना)

सेप्सिस के तीन प्रकार हैं

सेप्सिस, सेप्टिक शॉक और गंभीर सेप्सिस है। अब, वे इस स्थिति को अधिक तरल पैमाने पर पहचानते हैं। यह पैमाना संक्रमण और बैक्टीरिया (आपके रक्तप्रवाह में बैक्टीरिया) से लेकर सेप्सिस और सेप्टिक शॉक तक होता है, जिससे कई अंग फेल हो सकते हैं और यहाँ तक कि मृत्यु भी हो सकती है।

 

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