नई दिल्ली: हाई ब्लड-प्रेशर का सीधा असर शरीर के कई हिस्से जैसे हार्ट, किडनी आदि पर पड़ता है. लेकिन क्या आप जानते है कि इसका बुरा असर आपकी आंखों पर भी पड़ सकता है? जी हाँ, आपको बता दें, ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण रेटिना की ब्लड वैसल्स डैमेज हो सकती हैं. इसके अलावा बीपी […]
नई दिल्ली: हाई ब्लड-प्रेशर का सीधा असर शरीर के कई हिस्से जैसे हार्ट, किडनी आदि पर पड़ता है. लेकिन क्या आप जानते है कि इसका बुरा असर आपकी आंखों पर भी पड़ सकता है? जी हाँ, आपको बता दें, ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण रेटिना की ब्लड वैसल्स डैमेज हो सकती हैं. इसके अलावा बीपी बढ़ने की वजह से आंख में कई तरह की समस्या हो सकती हैं. चलिए आज हम आपको बताएंगे कि बीपी बढ़ने से आंखों में क्या-क्या नुकसान हो सकते है?
हाइपरटेंशन की वजह से आंखों की रोशनी कम हो जाती है. बीपी बढ़ने से दिमाग के अंदर प्रेशर बढ़ जाता है. जिसके चलते नसों पर दबाव पड़ना शुरू हो जाता है. और ये प्रेशर इतना ज्यादा होता है कि इसका सीधा असर आंख के पर्दे पर पड़ता है और मरीज को कुछ भी नजर नहीं आने लगता.
हाइपरटेंशन रेटिनोपैथी की समस्या उन मरीजों में ज्यादा देखने को मिलती हैं जिन्हें लंबे समय से हाइपरटेंशन की समस्या है. बता दें, इस बीमारी में रक्त की धमनियां डैमेज हो जाती हैं जिसके चलते रेटिना में सूजन आ जाती है. इसके साथ ही आंख में खून की शिराएं बढ़ जाती हैं और इसी वजह से आंख की रौशनी पर इसका बुरा असर पड़ता है.
आंख में ब्लड स्पॉट होने की वजह से भी हाई बीपी की समस्या हो सकती है. ये समस्या ज्यादा उम्र के लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है. इस बीमारी को सब्सकंडक्टिवल हैमरेज के नाम से भी जाना जाता है. इतना ही नहीं, ये बीमारी हाई बीपी का संकेत भी हो सकता है.