नई दिल्लीः हमारी जीवनशैली में कई बदलाव आते हैं जिनका हमारे स्वास्थ्य पर बड़ा असर पड़ता है। इन बदलावों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हमारे दिल को होता है। खराब खान-पान और गतिहीन जीवनशैली के कारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर, रक्तचाप और रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा काफी […]
नई दिल्लीः हमारी जीवनशैली में कई बदलाव आते हैं जिनका हमारे स्वास्थ्य पर बड़ा असर पड़ता है। इन बदलावों की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान हमारे दिल को होता है। खराब खान-पान और गतिहीन जीवनशैली के कारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर, रक्तचाप और रक्त शर्करा का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा काफी बढ़ जाता है। हृदय रोग एक ऐसी बीमारी है जो हृदय को प्रभावित करती है। ये रोग हृदय के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकते हैं। हृदय रोग में दिल का दौरा, कार्डियक अरेस्ट और कार्डियक अतालता काफी आम हैं। हृदय रोग के लक्षणों का उपयोग करके इसे जल्द से जल्द पहचाना और इलाज किया जा सकता है।
दिल से जुड़ी हर परेशानी के अपने अलग लक्षण होते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षणों की सहायता से यह अंदाजा लगाया जा सकता है, कि दिल के साथ कोई दिक्कत है।
रोज थोड़ी देर 30-40 मिनट एक्सरसाइज अवश्य करें। एक्सरसाइज करने से हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है और दिल स्वस्थ रहता है। एरोबिक एक्सरसाइज करने से दिल को हेल्दी रखने में काफी सहायता मिलती है।
हेल्दी हार्ट के लिए स्वस्थ वजन बहुत महत्वपूर्ण है। अधिक वजन होने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज का खतरा शामिल है। वजन कम करना कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में बहुत सहायक होता है। इसलिए यदि आपका वजन अधिक है तो वजन कम करने का प्रयास करें।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण से कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा काफी बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक की सबसे बड़ा कारण है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ना काफी खतरनाक होता है। कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए हेल्दी डाइट लें और एक्सरसाइज अवश्य करें।
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