नई दिल्ली: दुनियाभर में हार्ट डिजीज का खतरा लगातार तेजी से बढ़ रह है। हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी कंडीशन जानलेवा या सैलेन्ट किल्लर बन रहे है। इसे बचने के लिए सही खानपान,बेहद जरुरी है। अगर हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री है या डायबिटिक, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से कोई जूझे रहा है तो फिजिकल […]
नई दिल्ली: दुनियाभर में हार्ट डिजीज का खतरा लगातार तेजी से बढ़ रह है। हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी कंडीशन जानलेवा या सैलेन्ट किल्लर बन रहे है। इसे बचने के लिए सही खानपान,बेहद जरुरी है। अगर हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री है या डायबिटिक, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से कोई जूझे रहा है तो फिजिकल फिटनेस पर बहुत ध्यान देने की जरुरत है। अगर आप अपने फिजिकल फिटनेस पर ध्यान नहीं देंगे तो आपकी जान जा सकती। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनकी हार्ट अटैक से जान बच जाती है। आइए जानते कैसे हो जाता है।
हार्ट अटैक और कार्डिया अरेस्ट के केस लगातार बढ़ रहे है। ऐसी स्थिति में जिन लोगों को सीपीआर समय पर मिल जाता है उनकी जान काफी हद तक बचाई जा सकती है। सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिसिटेशन एक लाइफ सेविंग टेक्नीक है जिसका उपयोग दिल का दौरा पड़ने पर किया जाता है। अगर कोई व्यक्ति हार्ट अटैक से बेहोश हो जाये और एम्बुलेंस आने में देरी तब उसे सीपीआर देकर उसकी जान बचाई जा सकती हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार सीपीआर देने से पेशेंट को सांस लेने में आसनी होती है. सीपीआर से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इससे इलाज के वक्त मिल जाता है। आंकड़ों के अनुशार सीपीआर देने से 10 में से 4 लोगों की जान बच सकती है।
1 . गेहूं की रोटी की बजाय बाजरा ,ज्वार या रागी या इनका आटा मिलाकर खाने वालों को हार्ट अटैक का बाद मौत का खतरा काफी कम हो जाता हैं।
2. आम, केला,चीकू जैसे ज्यादा मीठे फल खाने से।
3. हफ्ते में काम से काम 5 दिन 45 मिनट कसरत करने से।
4. वजन और मोटापा कंट्रोल रखने वाले।
5 . जल्दी सोने और जल्दी उठने की सही रुटीन, 7 घंटे की नींद बेहद जरुरी।
6. धूम्रपान- शराब से दूरी बनाकर हार्ट अटैक से बचा जा सकता है।
7. नियमित तौर पर हार्ट का चेकअप करने वालों को भी हार्ट अटैक का रिस्क काम रहता है।
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