रोटी भारतीय भोजन का एक अहम हिस्सा है। कहा जाता है कि थाली तब पूरी मानी जाती है जब उसमें चावल, दाल, रोटी और सलाद हो।
नई दिल्ली: रोटी भारतीय भोजन का एक अहम हिस्सा है। कहा जाता है कि थाली तब पूरी मानी जाती है जब उसमें चावल, दाल, रोटी और सलाद हो लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोटी बनाने के दौरान कुछ छोटी-छोटी गलतियाँ आपकी सेहत को बड़ा नुकसान पहुँचा सकती हैं? हाल ही में किए गए एक शोध से पता चला है कि गलत तरीके से रोटी बनाने पर कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानें, रोटी बनाने में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
आटा गूंथने के तुरंत बाद रोटी बनाना आदत बना ली है, लेकिन यह सही नहीं है। दादी-नानी को आपने देखा होगा कि वे आटा गूंथने के बाद उसे थोड़ी देर के लिए आराम करने देती थीं। ऐसा करने से आटा अच्छे से सेट हो जाता है और हल्का फर्मेंट हो जाता है, जिससे रोटी मुलायम और सेहतमंद बनती है।
आजकल नॉन-स्टिक तवे का चलन बढ़ गया है, लेकिन आपकी सेहत के लिए यह सही नहीं है। रोटी हमेशा लोहे के तवे पर ही सेंकें। इससे शरीर को आयरन मिलता है और सेहत को कोई नुकसान भी नहीं होता।
रोटी बनाते समय इसे ज्यादा ना पकाएं और जलाने से बचाएं। आंच को धीमा कर दें और रोटी को बार-बार पलटें। जलने वाले काले हिस्से को खाने से पहले हटा दें। जलने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
रोटी को गर्म रखने के लिए टिफिन में एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल न करें। यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके बजाय, रोटी को सूती कपड़े में लपेटें।
अगर आपको सीधे आंच पर पकी हुई रोटी पसंद है, तो डॉक्टर कम रोटी खाने की सलाह देते हैं। इसके बजाय, संतुलित आहार का सेवन करें।
स्वस्थ रहने के लिए सही आटे का उपयोग करें। पैकेटबंद आटा की जगह चक्की से पिसा हुआ आटा चुनें। मल्टीग्रेन आटे की रोटी सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है।
इन सावधानियों को ध्यान में रखकर आप न केवल अपने परिवार की सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से भी बच सकते हैं। अपनी रसोई में छोटी-छोटी सावधानियाँ बरतें और स्वस्थ जीवन जीएं।
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