Happy Ugadi 2019 imagesउगादी पर्व आज से चैत्र नवरात्र के साथ आरंभ हो चुका है. यह पर्व साउथ में बडे ही धूमधाम तरीके से मनाया जाता है. इस फेस्टिवल को युगादी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन को किसान नई फसल के काटे जाने पर मनाते हैं, वही इसको नए साल के रुप में भी मनाया जाता है.
नई दिल्ली: उगादी का पर्व आज से यानी 6 अप्रैल से शुरु हो रहा है. आज ही के दिन चैत्र नवरात्रि भी शुरु भी हो चुका है. उगादी को युगादी के नाम से भी जाना जाता है. दक्षिण भारत में इस पर्व को बेहद ही खास तरीक से मनाया जाता है. कहा जाता है कि इस पर्व को नई फसल के आगमन की खुशी के लिए मनाया जाता है. इस पर्व को किसान बेहद ही शानदर तरीके से मनाते हैं. साउथ में आंध्र प्रदेश और कर्नाटक, तेलंगाना जैसे राज्यों में इस फेस्टिवल को प्रमुखता से मनाया जाता है.
कहा जाता है कि इसी दिन इस धरती पर सुर्य कि पहली किरण आई थी. इसलिए उगादी को नए साल के रुप में भी मनाया जाता है. इसलिए कहा जाता है कि हमारे देश में अप्रैल के महीने में चैत्र नया साल मनाया जाता है. कहते है कि इस दिन महयुधिष्ठिर और महाराज विक्रमादित्य का भी राज्याभिषेक हुआ था. इसी दिन व्रिकमादित्य ने शकों पर विजय प्राप्त की थी. इसी वजह से इस पर्व को उगादी के नाम से जाना जाने लगा. भारत के सभी राज्य में इस पर्व को अलग -अलग दिन मनया जाता है. महाराष्ट में इसे गुडी पुड़वा के नाम से जाना जाता है.
इस खास दिन घरों में साफ सफाई का काम किया जाता है और सजाया जाता है. यही नहीं पत्तों से अपने घरों को सभी भक्त
सजाते हैं. इस दिन कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में विशेष पेय बनाने की रीत चलती है. इसको पच्चड़ी के नाम से जाना जाता है. इसमें नारियल, नीम के फूल, और इमली जैसे चीजें मिलाकर बनाया जाता है. इसकी को इस पर्व का प्रसाद भी कहा जाता है जो दर्शकों के बीच बांटा जाता है.