Happy New Year 2019: साल 2018 बस खत्म ही होने वाला है, और नए साल के स्वागत की तैयारियों में लोग अभी से जुट गए है. 1 जनवरी को दुनियाभर में नए साल का जश्न मनाया जाएगा. लेकिन नए साल का जश्न भारत के विभिन्न राज्यों में अलग अलग समय और तारीखों पर मनाया जाता है.
नई दिल्ली. Happy New Year 2019: 1 जनवरी को दुनियाभर में नया साल (New Year 2019) का जश्न मनाया जाएगा. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, साल 2019 का ये मौसम फसल कटाई का है जो कि भारत में नए साल के जश्न का प्रतीक है. भारत में नए साल का जश्न सोलर यानी सूर्य और लूनर यानी चंद्र कैलेंडर के आधार पर अलग अलग क्षेत्रों में अलग अलग समय पर मनाया जाता है. जैसा कि हम 1 जनवरी 2019 को नए साल का स्वागत करने के लिए तैयार हैं, आइए डालते हैं एक नजर भारतीय नए साल पर (Hindu New Year 2019).
सौर कैलेंडर के मुताबिक, नया साल (New Year 2019 Celebration) का जश्न वसंत फसल के समय 13/14/15 अप्रैल को उत्तर और मध्य भारत में वैसाखी या बैसाखी के रूप में मनाया जाता है. असम में रोंगाली बिहू, तमिलनाडु में तमिल पुथंडु, केरल में विशु, ओडिशा में बिशुवा संक्रांति और बंगाल में पोइला बोइशाख के रुप में मनाया जाता है. वहीं चंद्र कैलेंडर के अनुसार, मार्च और अप्रैल के दौरान नया साल भारत के अलग भागों में मनाया जाता है.
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महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में हिंदुओं के लिए उगादी नए साल का पर्व है. महाराष्ट्र, गोवा और कोंकण में गुड़ी पड़वा नए साल के रूप में मनाया जाता है. मणिपुर में चीराबा, कश्मीर में नवरेह और चेती चांद को सिंधी हिंदु नए साल (Happy New Year 2019) के रूप में मनाते है. गुजरात में, बेस्तु वरास को नए साल के रूप में अक्टूबर- नवंबर के आसपास मनाया जाता है. नए साल के जश्न में लोग अपने परिवार, दोस्तों के साथ पार्टी करते है, तो कुछ बाहर देश घुमने निकल जाते है.
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