नई दिल्ली. आजकल परमानेंट हेयर डाई और केमिकल स्ट्रेटनर्स का फैशन काफी देखने को मिल रहा है. लेकिन अगर आप भी बालों को परमानेंट डाई करवाने या स्ट्रेटनर्स करवाने के बारे में सोच रहे हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो आप अपने सेहत के लिए बड़ा जोखिम लेने जा रहे हैं. क्योंकि हाल ही में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर की एक रिसर्च में ये पाया गया कि परमानेंट हेयर डाई और केमिकल स्ट्रेटनर्स से ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना होती है.
हालांकि इससे पहले कई तरह के शोध किए गए हैं जिसमें हेयर डाई को अन्य तरह के कैंसर के साथ जोड़ा गया. क्योंकि इन उत्पादों में जहरीले रसायन होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं. हाल ही में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ साइंसेज द्वारा एक नया अध्ययन किया गया जिसमें 46,700 अमेरिकी महिलाओं को शामिल किया गया. महिलाओं की उम्र 34 से 74 साल के बीच थी.
रिसर्च शुरू करने से पहले सभी महिलाओं से उनकी जीवनशैली(हेयर कलर का इस्तेमाल भी), स्वास्थ्य और कई जानकारियों के बारे में पूछा गया. महिलाओं ने आठ साल तक के शोधकर्ताओं को अपने बारे में अपटेड दिए. बता दें कि आधी से अधिक महिलाओं ने रिसर्च में शामिल होने से पहले साल में परमानेंट हेयर डाई के इस्तेमाल के बारे में बताया. वहीं 10 प्रतिशत के कहा कि उन्होंने सीधे हेयर स्ट्रेटनर कराया था. इसके बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि लगभग 2,800 महिलाओं में स्तन कैंसर को विकसित होने की संभावान समान थी.
इस शोध से पता चला कि परमानेंट हेयर कलर का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में गैर-उपयोग करने वाले की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक स्तन कैंसर का खतरा रहता है. वहीं अश्वेत महिलाओं में परमानेंट डाई का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर का खतरा 45 प्रतिशत अधिक था और जो लोग हर आठवें सप्ताह या उससे अधिक समय में इन उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं उनमें स्तन कैंसर होने का खतरा 60 प्रतिशत तक अधिक होता है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि श्वेत महिलाओं की तुलना में अश्वेत महिलाओं के केमिकल स्ट्रेटनर का उपयोग करने की अधिक संभावना 3 प्रतिशत अधिक थी.
हालांकि ब्रेस्ट कैंसर या कोई भी बीमारी सिर्फ अकेले हेयर डाई या स्ट्रेटनर्स से नहीं होती इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं. लेकिन कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स हैं जिनसे होने वाले हानिकारक कैमिकल से सचेत रहने की जरूरत है. लेकिन साथ ही कई रिसर्च में बताया गया है कि अगर आप हेयर कलर का इस्तेमाल करते हैं तो इससे स्तन कैंसर के होने का खतरा 14 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.
क्या है परमानेंट हेयर कलर
परमानेंट हेयर कलर का मतलब होता है लंबे समय तक चलने वाला हेयर कलर. पहले सिर्फ बुजुर्ग या ऐसे लोग बालों में कलर किया करते थे, जिनके बाल सफेद हो जाते थे. लेकिन आज की युवा पीढ़ी बड़े ही शौक से बाल रंगावाती है. सिर्फ एक कलर नहीं बल्कि बरगंडी, डार्क ब्राउन, रेड कलर, हरा, नीला और तरह तरह के रंग आपको बालों में देखने को मिलेंगे.
परमानेंट हेयर करवाते वक्त उनमें कई तरह के कमिकल का प्रयोग किया जाता है जिससे की वे लंबे वक्त चले. साथ ही यह मंहगे भी होते हैं. लेकिन डॉक्टर्स का भी मानना है कि परमानेंट हेयर कलर करने से त्वचा संबधी कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है और कई रिसर्च में बताया गया है कि इससे ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा भी कई गुणा बढ़ जाता है. इसलिए परमानेंट कलर करवाने से बचना चाहिए. अगर आप कलर करवाने के शौकीन भी हैं तो टेम्परेरी कलर करवाएं.
क्या है केराटिन ट्रीटमेंट या हेयर स्ट्रेटनर्स
पहले बालों में लोग कई तरह के डिजाइन की चोटियां बनाने के लिए हेयर स्टाइल किया करते थे. लेकिन आज सभी अपने बालों पर एक्सपेरीमेंट्स ज्यादा करते हैं. केराटिन या हेयर स्ट्रेटनर्स पूरी तरह से केमिकल ट्रीटमेंट होता है. ये भले ही आपके बालों को सुंदर और मुलायम बनाता है लेकिन इसके कई साइडइफेक्ट्स भी है. इसमें इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स के कारण स्किन एलर्जी, आंखों में खुजली और जलन जैसी चीजों शुरू हो जाती है.
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