नई दिल्ली: जिम में एक्सरसाइज़ करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। हालांकि, हाल ही में की गई शोधों ने यह चौंकाने वाला खुलासा किया है कि जिम में उपयोग किए जाने वाले उपकरणों पर बैक्टीरिया की भारी मात्रा होती है, जो टॉयलेट सीट पर पाए जाने वाले बैक्टीरिया जितने खतरनाक हो सकते हैं।
जिम उपकरणों पर बैक्टीरिया का जमाव तब होता है जब लोग पसीने से भीगे हुए इन उपकरणों का उपयोग करते हैं और सफाई के अभाव में ये बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं। पसीने और त्वचा के संपर्क में आने वाले बैक्टीरिया उपकरणों पर चिपक जाते हैं, और फिर वहां से दूसरे लोगों में फैल सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक एक टॉयलेट सीट की तुलना में जिम उपकरणों पर 362 गुना अधिक बैक्टीरिया होते हैं, जबकि ट्रेडमिल पर एक पब्लिक बाथरूम के नल की तुलना में 74 गुना अधिक रोगाणु होते हैं, जो आपकी सेहत बिगाड़ सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि समय समय पर अलग-अलग लोग जिम उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं। इस दौरान लोगों के शरीर से पसीना भी आता है, जिसके कारण कई सारे किटाणु उपकरण की सतह पर पनपने लगते हैं।
1. त्वचा के संक्रमण – उपकरणों से त्वचा पर संक्रमण होने का खतरा रहता है। विशेष रूप से स्टैफिलोकोकस जीवाणु त्वचा रोग का कारण बन सकता है।
2. पेट की समस्याएं – बैक्टीरिया के संपर्क में आने से पेट में दर्द, दस्त और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. सांस से जुड़ी समस्याएं – उपकरणों पर मौजूद वायरस और फंगस सांस के द्वारा शरीर में पहुंच सकते हैं, जिससे सांस की बीमारियां हो सकती हैं।
– व्यक्तिगत तौलिये का उपयोग: जिम उपकरणों को छूने से पहले व्यक्तिगत तौलिये का उपयोग करें, ताकि उपकरणों पर संपर्क का खतरा कम हो।
– हाथों को धोएं: एक्सरसाइज करने के बाद और किसी भी खाने-पीने की चीज को छूने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
– सैनिटाइज़र का उपयोग: जिम में किसी भी उपकरण को छूने से पहले और बाद में हैंड सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।
– उपकरण साफ रखें: जिम जाते समय अपने साथ सैनिटाइज़िंग वाइप्स रखें, और उपकरण का इस्तेमाल करने से पहले उसे साफ कर लें।
Also Read…
तुरंत मिलेगी नौकरी, इस प्लेटफॉर्म से सर्च करें जॉब, जानें क्या है आवेदन करने का सही तरीका?