नई दिल्ली : दिवाली के त्यौहार के बीच सरकार ने आम लोगों के लिए एक बड़ा फैसला सुनाया है। ब्रेस्ट कैंसर और लंग कैंसर की दवाइयां सस्ती होने जा रही हैं। दिवाली से ठीक पहले ऐसी खबर ने मध्यम वर्ग में उम्मीद की किरण जगाई है कि उन्हें बेहतरीन इलाज मिल सकेगा। वहीं, कैंसर के […]
नई दिल्ली : दिवाली के त्यौहार के बीच सरकार ने आम लोगों के लिए एक बड़ा फैसला सुनाया है। ब्रेस्ट कैंसर और लंग कैंसर की दवाइयां सस्ती होने जा रही हैं। दिवाली से ठीक पहले ऐसी खबर ने मध्यम वर्ग में उम्मीद की किरण जगाई है कि उन्हें बेहतरीन इलाज मिल सकेगा। वहीं, कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली तीन दवाओं की कीमत में भी कमी आने जा रही है।
सरकार ने निर्माताओं को सीमा शुल्क से छूट और जीएसटी में कमी के बाद ट्रैस्टुजुमैब, ओसिमर्टिनिब और डर्वालुमैब की कीमतें कम करने का निर्देश दिया है। इस उपाय का उद्देश्य उपभोक्ताओं के लिए सस्ती कैंसर रोधी दवाइयाँ सुनिश्चित करना है। कंपनियों को नई कीमतों को अपडेट करके अधिकारियों और डीलरों को रिपोर्ट करना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ट्रैस्टुजुमैब का इस्तेमाल ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में किया जाता है, जबकि ओसिमर्टिनिब का इस्तेमाल लंग कैंसर में और डर्वालुमैब का इस्तेमाल दोनों तरह के कैंसर में किया जाता है।
कैंसर की दवाइयों की कीमतों में कटौती करने के पीछे सरकार ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि आम लोगों को ये जरूरी दवाइयां कम कीमत पर मिलें। यही वजह है कि एनपीपीए ने दवाओं की कीमतों में यथासंभव कटौती की है। इन दवाओं पर जीएसटी दर भी घटा दी गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल जब संसद में बजट पेश किया गया था। तभी जरूरी दवाओं पर कस्टम ड्यूटी घटाने की बात कही गई थी।
सरकार ने हाल ही में घोषणा की थी कि दवाओं पर जीएसटी दर 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है। यही वजह है कि 10 अक्टूबर 2024 से इसकी एमआरपी घटा दी गई। क्योंकि इसकी नई कीमत उसी दिन से लागू मानी जाएगी।
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