नई दिल्ली, गणेश उत्सव हिंदूओं का बड़ा त्योहार है, भाद्रपद मॉस के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश की स्थापना की जाती है. 10 दिन तक मनाए जाने वाला गणेश उत्सव इस साल 31 अगस्त 2022 से शुरु होगा और अनंत चतुदर्शी यानी कि 9 सितंबर 2022 को गणपत्ति बप्पा के विसर्जन के […]
नई दिल्ली, गणेश उत्सव हिंदूओं का बड़ा त्योहार है, भाद्रपद मॉस के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश की स्थापना की जाती है. 10 दिन तक मनाए जाने वाला गणेश उत्सव इस साल 31 अगस्त 2022 से शुरु होगा और अनंत चतुदर्शी यानी कि 9 सितंबर 2022 को गणपत्ति बप्पा के विसर्जन के साथ ये उत्सव खत्म हो जाएगा. इस साल गणेश चतुर्थी पर बहुत खास योग बन रहा है, जो इस दिन के महत्व को दोगुना बढ़ा रहा है. आइए आपको बताते है गणेश चतुर्थी का शुभ योग और महत्व:
31 अगस्त को सुबह 11 बजकर 05 मिनट से दोपहर 01 बजकर 38 मिनट के बीच भगवान गणेश की पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त है. इस दिन सुबह 05 बजकर 58 मिनट से दोपहर 12 बजकर 12 मिनट तक रवि योग है, वहीं यह योग शुभ कार्यों को करने के लिए अनुकूल माना गया है.
अगर आपके भी घर पर गणेश जी का आगमन होने वाला है तो इस बार डेकोरेशन के लिए ईको फ्रेंडली आइडिया अपनाए, आप अपने घर के मंदिर को फूलों से सजा सकती हैं, इसके साथ ही सुंदर रंग बिरंगे फूलों से मंदिर की दीवारें, गणपति जी का आसन और मंदिर का द्वार सजा सकते हैं. वहीं, इसके अलावा गमले और पौधों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. आप चाहे तो कागज के फूल, पंखे और झालरों से भी गणपति पर डेकोरेशन कर सकते हैं. रंगीन कागजों की सजावट 10 दिन के गणपति उत्सव में बिल्कुल भी फींकी नहीं पड़ेगी, इन कागजों से आप छतरियां, तितलियों और दीवार हैंगिंग की डिजाइन बनाकर भी डेकोरेशन कर सकते हैं.
इसी कड़ी में गणपति उत्सव में आप गुब्बारों से घर के मंदिर की सजावट कर सकते हैं, ये बहुत ही सुन्दर लगते हैं और इससे घर की सुंदरता में भी चार-चाँद लग जाते हैं.
सिसोदिया ने बता दिया भाजपा से किसने दिया था पार्टी तोड़ने का ऑफर, केजरीवाल ने माँगा भारत रत्न