नई दिल्ली: उम्र के साथ महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव स्वाभाविक होते हैं, लेकिन जब हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं तो यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। हार्मोन शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करते हैं, लेकिन जब इनमें असंतुलन होता है, तो इसका असर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर […]
नई दिल्ली: उम्र के साथ महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव स्वाभाविक होते हैं, लेकिन जब हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं तो यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। हार्मोन शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करते हैं, लेकिन जब इनमें असंतुलन होता है, तो इसका असर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। लगातार हार्मोनल असंतुलन महिलाओं के लिए चिंताजनक हो सकता है। आइए जानते हैं हार्मोनल असंतुलन के लक्षण और इसे ठीक करने के लिए किस तरह की डाइट अपनानी चाहिए।
1. पीरियड्स में अनियमितता: हार्मोनल असंतुलन के कारण मासिक धर्म चक्र में गड़बड़ी हो सकती है।
2. मूड स्विंग्स: हार्मोनल बदलाव का सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है, जिससे मूड स्विंग्स होते हैं।
3. त्वचा संबंधी समस्याएं: हार्मोनल असंतुलन के कारण मुंहासे और त्वचा पर अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
4. वजन बढ़ना या घटना: वजन में अचानक बदलाव भी हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है।
5. थकान और नींद की कमी: हार्मोनल असंतुलन से थकान और अनिद्रा जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
6. बालों का झड़ना: हार्मोनल असंतुलन का एक और लक्षण बालों का तेजी से झड़ना हो सकता है।
सुबह की शुरुआत: दिन की शुरुआत गर्म पानी में चुटकी भर दालचीनी डालकर करें, साथ में भीगे हुए मेवे जैसे 5 बादाम लें। यह ड्रिंक ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने, थायरॉयड को सुधारने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करती है।
नाश्ता: सुबह के नाश्ते में बाजरा, रागी या मूंग का डोसा शामिल करें। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करता है और मोटापे को नियंत्रित करता है।
मिड मॉर्निंग स्नैक: 12 बजे के आसपास मौसमी फल खाएं और हलीम के बीज का सेवन करें। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स अनियमित पीरियड्स को नियमित करने में मदद करते हैं।
दोपहर का भोजन: लंच में अंकुरित दाल, रागी और ज्वार की चपाती शामिल करें। ये आंतों के स्वास्थ्य में सुधार,इम्यूनिटी को बढ़ाने और वजन को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
शाम का स्नैक: शाम के नाश्ते में मखाना, ओट्स या म्यूसली का सेवन करें। ये फाइबर से भरपूर होते हैं, जो हार्मोन को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
रात का खाना: डिनर में पालक या बथुआ के साथ बाजरे की खिचड़ी लें, जो मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर होती है। यह रक्त परिसंचरण और मेलाटोनिन उत्पादन में सुधार करता है।
सही डाइट अपनाकर हार्मोनल असंतुलन को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है।
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