नई दिल्ली। शहद के खाने के फायदों के बारे में आपको पता ही होगा ज्यादातर लोग इस बात को जानते हैं कि शहद हमारी संपूर्ण सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है । बता दें , जैसे कि हमारी मसल्स से लेकर हमारे बालों, स्किन, नाखून और आंखों की हेल्थ को बनाए रखने में भी शहद कि महत्वपूर्ण भूमिका है। शहद के इतने सारे गुणों के कारण ही इसे इतनी वैल्यू दी जाती है और इसीलिए नवजात बच्चे को भी भोजन के पहले स्वाद के रूप में शहद टेस्ट कराया जाता है। एक्सपर्ट्स कि माने तो , शहद के जितने फायदे है उतने ही नुकसान भी है।लेकिन शहद खाने से शरीर पर कोई भी साइड इफेक्ट सिर्फ तब होता है, जब आप इसे गलत समय या विरोधी गुण वाली चीजों के साथ मिलाकर खाते है।
1. शहद को कभी गर्म पानी में मिलाकर नहीं खाना चाहिए ।
2. इस को कभी भी मसालेदार भोजन के साथ मिलाकर नहीं खाना चाहिए।
3. घी और शहद दोनों विरोधी प्रकृति के फूड्स है लेकिन दोनों हे शरीर के ले अवसक है पर इन्हे साथ खाया नहीं जा सकता है।
4. शहद का सरसों के साथ भी सेवन करने की मनाही है. इसलिए सरसों का साग, काली सरसों, पीली सरसों, सरसों के तेल में बनी चीजों के साथ इसी नहीं खाते है।
बता दें , शहद को जब गर्म किया जाता है तो इसके न्यूट्रिऐंट्स खत्म हो जाते हैं और आपके सामने शहद के रूप में टॉक्सिन्स से भरा एक ऐसा पदार्थ बचता है , जो कि बॉडी के लिए ज़हर का काम करता है। आज से करीब 500 साल पहले ऋषि चरक ने आयुर्वेद में लिखा था कि शहद को गर्म करने से सिर्फ अमा (टॉक्सिन्स)बचती है उसका सारा पोसन ख़त्म हो जाता है। ये ऐसे पदार्थ बन जाता है जो शरीर के अंदर डायजेस्ट नहीं होते। शहद को गर्म करके खाने से सिर्फ बीमारियां आती है और ये ज़हर कि तरह काम करने लगता है।
Russia-Ukraine War: पीएम मोदी ने पुतिन को ऐसा क्या कह दिया कि गदगद हो गया अमेरिका
Raju Srivastava: अपने पीछे इतने करोड़ की संपत्ति छोड़ गए कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव
फ्लिपकार्ट बिग सेविंग डेज सेल में स्मार्टफोन्स पर आकर्षक छूट की पेशकश की जा रही…
बेहद करीबी पारिवारिक मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने एक बार अपनी इटालियन पत्नी…
इस वायरल वीडियो में रेखा को अमिताभ बच्चन के पोते अगस्त्य नंदा को गले लगाते…
फआईआर में पिता ने कहा कि 10 लाख रुपये नकद देने के बाद अंगूठी की…
पाकिस्तान इंटरनेट स्पीड के मामले में 111 देशों में 100वें और ब्रॉडबैंड स्पीड में 158…
38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड में होना है, इसलिए इन्हें 'उत्तराखंड 2025' नाम से…