नई दिल्ली: कम उम्र में ही बुढ़ापा आने के कारणों में से एक बड़ा कारण है शरीर के जोड़ों की कमजोरी। आजकल की लाइफस्टाइल, खान-पान की गलतियों और कुछ आदतों के कारण लोग कम उम्र में ही जोड़ों की समस्याओं से ग्रसित हो रहे हैं। अगर सही समय पर इन गलतियों को सुधारा नहीं गया, […]
नई दिल्ली: कम उम्र में ही बुढ़ापा आने के कारणों में से एक बड़ा कारण है शरीर के जोड़ों की कमजोरी। आजकल की लाइफस्टाइल, खान-पान की गलतियों और कुछ आदतों के कारण लोग कम उम्र में ही जोड़ों की समस्याओं से ग्रसित हो रहे हैं। अगर सही समय पर इन गलतियों को सुधारा नहीं गया, तो शरीर में कमजोरी आने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द और अकड़न की समस्या बढ़ सकती है। आइए जानते हैं ऐसी गलतियों के बारे में, जो जोड़ों को कमजोर कर सकती हैं और जिससे बुढ़ापा जल्दी आ सकता है:
अगर आप शारीरिक गतिविधियों में कम शामिल होते हैं और नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते हैं, तो आपके जोड़ों की मजबूती कम हो सकती है। जोड़ों को सक्रिय रखने के लिए व्यायाम बेहद जरूरी होता है। बिना व्यायाम के हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे जोड़ों में दर्द, अकड़न और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। नियमित व्यायाम करने से न सिर्फ जोड़ों की सेहत में सुधार होता है बल्कि यह उन्हें मजबूत बनाए रखने में भी मदद करता है।
आहार का सीधा असर हमारे शरीर और जोड़ों की सेहत पर पड़ता है। जो लोग विटामिन D और कैल्शियम की कमी वाले आहार लेते हैं, उनके शरीर में हड्डियों की मजबूती धीरे-धीरे कम हो सकती है। इसके अलावा, अत्यधिक जंक फूड, तैलीय और मसालेदार भोजन जोड़ों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हरी सब्जियां, फल, दूध, दही, और नट्स जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी होता है।
लंबे समय तक गलत पॉश्चर में बैठना या खड़े रहना भी जोड़ों की कमजोरी का एक मुख्य कारण हो सकता है। अगर आप झुककर बैठते हैं, या काम करते समय गलत तरीके से बैठते हैं, तो आपकी रीढ़ की हड्डी और जोड़ों पर दबाव बढ़ता है। इससे न सिर्फ जोड़ों में दर्द हो सकता है बल्कि दीर्घकालिक नुकसान भी हो सकता है। सही पॉश्चर का पालन करना जरूरी है, खासकर जब आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं या कंप्यूटर पर काम करते हैं।
शरीर का वजन बढ़ना जोड़ों की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। जोड़ों पर ज्यादा वजन का दबाव पड़ता है, जिससे वे जल्दी कमजोर हो सकते हैं। मोटापा विशेष रूप से घुटनों, कूल्हों और टखनों के जोड़ों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जो समय के साथ गठिया जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम बेहद जरूरी है।
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