क्या आपको भी आता है एंग्जायटी अटैक, जानिए इसका कारण और छुटकारा पाने के तरीके

नई दिल्ली। आज के दौर में एंग्जायटी अटैक बेहद आम समस्या बन चुकी है। एंग्जायटी अटैक का कारण चिंता और तनाव होता है। यह जिसे भी होता हैं, फिर उस व्यक्ति को नींद कम आती है और भूख भी नहीं लगती। जानिए इस समस्या का कारण और इसका समाधान… अगर किसी भी व्यक्ति के शरीर […]

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क्या आपको भी आता है एंग्जायटी अटैक, जानिए इसका कारण और छुटकारा पाने के तरीके

Vaibhav Mishra

  • February 4, 2023 10:20 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। आज के दौर में एंग्जायटी अटैक बेहद आम समस्या बन चुकी है। एंग्जायटी अटैक का कारण चिंता और तनाव होता है। यह जिसे भी होता हैं, फिर उस व्यक्ति को नींद कम आती है और भूख भी नहीं लगती। जानिए इस समस्या का कारण और इसका समाधान…

अगर किसी भी व्यक्ति के शरीर में चिंता या तनाव की वजह से उसे घबराहट होने लगे, या उसकी नींद गायब हो जाए, शरीर पसीने से लथपथ हो जाए, तो उसे एंग्जायटी कहा जाता है। एंग्जायटी अटैक किसी भी व्यक्ति को एकदम से होता है, जब वह व्यक्ति को किसी बात का बहुत ज्यादा टेंशन लेने लगे या भय लगने लगे। एंजायटी अटैक का ट्रिगर मन में किसी चीज़ को लेकर खौफ है। यह किसी भी समस्या को लेकर हो सकता है, फिर चाहे वो स्कूल, कॉलेज का पहला दिन हो या नौकरी का इंटरव्यू, निजी जीवन से जुड़ी समस्या, जरूरत से ज्यादा सेल्फ कॉन्शस होना और सोशल सिचुएशन का डर भी इस अटैक का कारण बन सकता है।

एंग्जायटी के कारण क्या हैं?

एंग्जायटी अटैक किसी भी विषय को लेकर बहुत लंबे वक़्त तक या ज्यादा सोचने से भी होता है। वहीं देखा गया है कि काम का प्रेशर, फाइनेंशियल प्रॉब्लम, फैमिली या रिलेशनशिप की प्रॉब्लम्स, तलाक, सेपरेशन, हेल्थ प्रॉब्लम्स, नई जगह शिफ्ट होने जैसी कुछ समस्याएं एंग्जायटी के सबसे बड़े कारण बने हैं।

एंग्जायटी अटैक के लक्षण

अक्सर एंग्जायटी अटैक के लक्षण नींद न आना, भूख की कमी, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, धड़कन तेज हो जाना, उल्टी या डायरिया, चक्कर आना, ज्यादा पसीना आना फोकस करने में दिक्कत को माना जाता है।

इसे हैंडल कैसे करे

वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के मुताबिक एंग्जायटी दूर करने के लिए सबसे पहले इसके लक्षणों को पहचानना जरूरी है। तभी आप इसे हैंडल कर सकते है। ज्यादा से ज्यादा समय अपनी पसंदीदा चीज़ो में मन लगाए रखे। अपने अच्छे दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं और इसके अलावा अपनी डाइट का ख्याल भी अवश्य रखे। इसके साथ ही आप केवल हेल्दी चीज़ें खाएं। एक हद से ज़्यादा ना सोचें। अगर यह सब करने के बाद भी आपको अपने अंदर सुधार नहीं आए तो डॉक्टर से मिलकर सलाह लें। अगर इसे समय रहते कंट्रोल नहीं किया गया तो यह आपकी सेहत पर बहुत बुरा असर डाल सकता है। इसके साथ ही इस बीमारी का अंजाम काफी बुरा भी हो सकता है।

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