केसर, जिसे 'कश्मीर का सोना' कहा जाता है, दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक है। इसका इस्तेमाल न सिर्फ खाने का स्वाद और रंग बढ़ाने
नई दिल्ली: केसर, जिसे ‘कश्मीर का सोना’ कहा जाता है, दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक है। इसका इस्तेमाल न सिर्फ खाने का स्वाद और रंग बढ़ाने के लिए किया जाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी मशहूर हैं। लेकिन, बाजार में नकली केसर भी बहुत मिलता है, जो असली के मुकाबले काफी घटिया होता है। तो, आप असली केसर की पहचान कैसे कर सकते हैं? आइए जानते हैं इसके 5 आसान तरीके।
1. रंग और बनावट से पहचानें
असली केसर: इसका रंग गहरा लाल या नारंगी होता है और तंतु मोटे और मुलायम होते हैं, जो हल्के भीगे से दिखते हैं।
नकली केसर: इसका रंग हल्का लाल या पीला होता है। इसके तंतु पतले, कठोर और सूखे दिखाई देते हैं।
2. गंध से करें पहचान
असली केसर: इसकी खुशबू तेज, मिट्टी जैसी और फूलों की हल्की सुगंध से भरपूर होती है।
नकली केसर: नकली केसर में या तो हल्की गंध होती है या फिर बिल्कुल भी नहीं होती।
3. पानी में डालकर जांचें
असली केसर: इसे पानी में डालते ही पानी का रंग गहरा पीला या नारंगी हो जाता है।
नकली केसर: इसे पानी में डालने पर हल्का पीला या गुलाबी रंग निकलता है।
4. स्वाद से पहचानें
असली केसर: इसका स्वाद हल्का कड़वा और थोड़ी मिठास लिए होता है।
नकली केसर: इसका स्वाद या तो बिल्कुल फीका होता है या फिर ज्यादा कड़वा।
5. कीमत से करें पहचान
असली केसर: असली केसर की कीमत काफी ज्यादा होती है, क्योंकि इसकी खेती और प्रसंस्करण बहुत मुश्किल है।
नकली केसर: नकली केसर की कीमत असली केसर के मुकाबले काफी कम होती है।
1. असली केसर के तंतु एक-दूसरे से जुड़े नहीं होते।
2. इसे छूने पर हाथों पर रंग छोड़ता है।
3. जलाने पर असली केसर की राख नहीं बचती।
1. हमेशा विश्वसनीय दुकानों से ही केसर खरीदें।
2. खरीदते वक्त इन पहचान वाले सभी बिंदुओं पर ध्यान दें।
सस्ते के चक्कर में नकली केसर खरीदने से बचें, क्योंकि असली केसर का स्वास्थ्य और स्वाद में फायदा होता है। असली केसर का इस्तेमाल न सिर्फ आपके खाने का स्वाद बढ़ाएगा, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है।
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