नई दिल्ली: डिजिटल डिटॉक्स एक उभरती हुई समस्या है जो लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। इसका सही अर्थ और लाभ जानने के लिए पढ़े ये रिपोर्ट। डिजिटल डिटॉक्स का मतलब क्या है आजकल लोग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के सहारे जिंदगी जी रही हैं। इस समस्या से आधी दुनिया परेशान है, ये कई प्रकार […]
नई दिल्ली: डिजिटल डिटॉक्स एक उभरती हुई समस्या है जो लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। इसका सही अर्थ और लाभ जानने के लिए पढ़े ये रिपोर्ट।
आजकल लोग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के सहारे जिंदगी जी रही हैं। इस समस्या से आधी दुनिया परेशान है, ये कई प्रकार की समस्याओं को भी पैदा कर रहा है। मगर इस आदत से छुटकारा पाना बेहद मुश्किल है। डिजिटल डिटॉक्स यानी इंटरनेट और मोबाइल, लैपटॉप जैसी चीजों के दूरी बना लेना। इन चीजों का हद से ज्यादा उपयोग सेहत और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए नुकसानदायक है।
कुछ लोगों को तो हर समय सोशल साइट्स पर एक्टिव रहने की आदत हो जाती हैं, ये भी किसी लत की तरह ही है जो आपके लिए हानिकारक साबित हो रहा है।
जैसे हम डिटॉक्स वॉटर से अपने शरीर को क्लीन करते हैं ठीक वैसे ही डिजिटल डिटॉक्स हमें मानसिक रूप से क्लीन करता है। आजकल ऐसा करना हर इंसान के लिए जरूरी हो गया है।
-इंटरनेट से कुछ समय की दूरी आपकी मेंटल हेल्थ को बूस्ट करेगी।
-डिजिटल डिटॉक्स से इंसान स्ट्रेस से दूर रहेगा।
-जब आप डिवाइस से दूरी बढ़ाएंगे तो सेल्फ ग्रूमिंग पर ध्यान दे सकेंगे।
-इसके लिए आप एक्सरसाइज, योगा या स्पा का सहारा ले सकते हैं।
-वर्चुअल लाइफ से थोड़ा ब्रेक लेने पर शरीर में एनर्जी का विस्तार होता है।
-जब आप इलेक्ट्रॉनिक चीजों से दूरी बनाए तो किताबों को अपना दोस्त बनाएं।
-डिजिटल डिटॉक्स से फोकस और माइंड स्किल्स बढ़ेगी, इससे आप कोई भी काम जल्दी कर पाएंगे।
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