नई दिल्ली: डायबिटीज के मरीजों में दिल की बीमारियों का जोखिम अक्सर ज्यादा रहता है। बता दें, डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों की शुरुआत हमेशा बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल से होती है। यह दोनों बीमारियां एक दूसरे को प्रभावित करती है। डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर का लेवल भी कंट्रोल में नहीं होता जिससे […]
नई दिल्ली: डायबिटीज के मरीजों में दिल की बीमारियों का जोखिम अक्सर ज्यादा रहता है। बता दें, डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों की शुरुआत हमेशा बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल से होती है। यह दोनों बीमारियां एक दूसरे को प्रभावित करती है। डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर का लेवल भी कंट्रोल में नहीं होता जिससे कि शरीर के ब्लड प्रेशर पर भी असर पड़ता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में आपको ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं कि डायबिटीज के मरीजों को किस तरह से अपना ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं।
40 की उम्र से पहले ऐसा दौर होता है जिसमें हम खुलकर खाते पीते हैं। भले ही हमें डायबिटीज ही क्यों ना हो। ज्यादातर लोग खाने पीने से जुड़ी लाइफ़स्टाइल व खान-पान से जुड़ी आदतों में बदलाव करना पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में ज्यादा तेल मसाला खाने से शरीर को ये नुकसान होता है कि शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। इसकी वजह से आपके ब्लड सेल्स ब्लॉक हो जाते हैं और हार्ट अटैक आने का जोखिम बढ़ जाता है।
30 साल की उम्र से ज्यादा क्यों लोग अपने करियर में पर्सनल लाइफ को लेकर तनाव में रहते हैं। तनाव में रहने की वजह से आपके शरीर में ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर दोनों ही बढ़ते हैं। ऐसे में जिन लोगों को स्मोकिंग और शराब पीने की आदत होती है, उनमें दिल की बीमारियों के खतरा बहुत ज्यादा रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और आम जानकारियों पर दी गई है. इसे अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. इनख़बर इसकी पुष्टि नहीं करता है.)