नई दिल्ली: हमारी आंखें शरीर का सबसे अधिक संवेदनशील अंग हैं। इनकी सुरक्षा के लिए हमें खानपान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए. शायद ही कुछ लोग जानते होंगे कि कॉफी अंधेपन की ओर ढकेल सकती है. खास कर उन लोगों में ये खतरा सबसे अधिक होता है जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। […]
नई दिल्ली: हमारी आंखें शरीर का सबसे अधिक संवेदनशील अंग हैं। इनकी सुरक्षा के लिए हमें खानपान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए. शायद ही कुछ लोग जानते होंगे कि कॉफी अंधेपन की ओर ढकेल सकती है. खास कर उन लोगों में ये खतरा सबसे अधिक होता है जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं।
हाल में एक स्टडी सामने आई है जिसमें कहा गया है कि गर्म कॉफी अधिक सेवन ग्लूकोमा के खतरे को बढ़ा देता है. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारी आंखों को दिमाग से जोड़ने वाली ऑप्टिक नर्व नष्ट हो जाती है।
अगर समय पर इलाज नहीं किया जाए तो आप अंधेपन का शिकार हो सकते हैं. कॉफी में पाए जाने वाले कैफीन का अधिक सेवन खतरा होता है. एक्सपर्ट के मुताबिक कैफीन युक्त ड्रिंक्स अधिक पीने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, इससे आंखों पर भी प्रभाव पड़ता है. दुनियाभर में अधिकतर अंधेपन की वजह ग्लूकोमा ही है।
एक्सपर्ट के अनुसार तीन कप से अधिक कॉफी पीने से एक्सफोलिएशन ग्लूकोमा का खतरा हो सकता है. हालांकि जिन लोगों पर अध्ययन किया गया उनकी फैमिली हिस्ट्री में ग्लूकोमा रहा था. साथ ही जिनका बीपी हाई रहता है उनमें भी ग्लूकोमा के चांसेज अधिक होते हैं क्योंकि आंंखों की नर्व्स नाजुक होती है।बता दें कि प्रेशर से इनके फटने की संभावना पहले होती है।
1. आंखों और सिर में तेज दर्द।
2. धुंधला दिखाई देना।
3. आंखें लाल होना।
4. रोशनी के चारों ओर रंगीन छल्ले दिखाई देना।
5. जी मचलाना।
6. उल्टी होना।
अध्ययन में कहा गया कि औसत मात्रा में कॉफी पीने से डायबिटीज, डिमेंशिया के अलावा कैसर का खतरा भी घट जाता है. कच्ची कॉफी बीन्स में क्लोरोजेनिक एसिड होता है जो ब्लड प्रेशर घटाने के अलावा सर्कुलेशन में सुधार लाता है।
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