नई दिल्ली: आजकल तेजी से बढ़ता प्रदूषण हमारी सेहत पर नकारात्मक असर डाल रहा है। खासकर गले में जलन और खांसी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। प्रदूषण के हानिकारक कण हमारे श्वसन तंत्र में जाकर गले में जलन और खांसी की समस्या को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय अपनाकर आप इस […]
नई दिल्ली: आजकल तेजी से बढ़ता प्रदूषण हमारी सेहत पर नकारात्मक असर डाल रहा है। खासकर गले में जलन और खांसी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। प्रदूषण के हानिकारक कण हमारे श्वसन तंत्र में जाकर गले में जलन और खांसी की समस्या को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय अपनाकर आप इस परेशानी से राहत पा सकते हैं।
अदरक और शहद दोनों में ही सूजन-रोधी और रोग-प्रतिरोधक गुण होते हैं। एक चम्मच अदरक के रस में आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें। यह मिश्रण गले की सूजन और जलन को कम करने के साथ खांसी से भी राहत देता है।
विधि: ताजा अदरक को कद्दूकस करें और उसका रस निकाल लें। एक चम्मच अदरक के रस में आधा चम्मच शहद मिलाएं। इसका सुबह और शाम सेवन करें।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है, जो गले की जलन और खांसी को कम करने में सहायक है। एक गिलास गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी मिलाकर रोजाना रात में सोने से पहले पीना फायदेमंद हो सकता है।
विधि: एक गिलास दूध को गर्म करें। उसमें आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं। इसे अच्छी तरह मिलाकर सोने से पहले सेवन करें।
गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से गले में फंसी गंदगी बाहर निकलती है और गले की सूजन में भी राहत मिलती है। यह सबसे सरल और कारगर उपायों में से एक है।
विधि: एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं। दिन में दो बार गरारे करें, खासकर सुबह और रात में।
तुलसी और मुलेठी में एंटी-बैक्टीरियल और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो गले की समस्या में असरदार साबित होते हैं। तुलसी और मुलेठी की चाय गले की जलन और खांसी में आराम पहुंचा सकती है।
विधि: कुछ तुलसी की पत्तियां और थोड़ी सी मुलेठी को पानी में उबालें। इस मिश्रण को छानकर गर्मागर्म पिएं। दिन में एक बार इसका सेवन करना लाभकारी हो सकता है।
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