September 13, 2024
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एक ही दवा से कैंसर और अल्जाइमर का इलाज, रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा

  • WRITTEN BY: Anjali Singh
  • LAST UPDATED : August 26, 2024, 6:36 pm IST

नई दिल्ली: हाल ही में की गई एक रिसर्च में पाया गया है कि जिस दवा का इस्तेमाल कैंसर के इलाज में किया जाता है, वह अल्जाइमर जैसी गंभीर न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी के इलाज में भी कारगर साबित हो सकती है। यह रिसर्च चूहों पर की गई है और इसके नतीजे काफी सकारात्मक रहे हैं।

स्टैनफोर्ड और पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की स्टडी

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की एक टीम ने यह रिसर्च की है। उन्होंने पाया कि अल्जाइमर डिजीज (AD) के चूहों पर किए गए अध्ययन में एक खास एंजाइम, इंडोलेमाइन-2,3-डाइऑक्सीजिनेज 1 (IDO1) को ब्लॉक करने से मस्तिष्क की स्मरण शक्ति और कार्यक्षमता में सुधार हुआ है। IDO1 अवरोधकों का इस्तेमाल कैंसर के इलाज में किया जा रहा है, जैसे कि मेलेनोमा, ल्यूकेमिया और ब्रेस्ट कैंसर। अब इस रिसर्च में दावा किया जा रहा है कि इन्हीं दवाओं का उपयोग अल्जाइमर के शुरुआती चरणों और अन्य न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के इलाज में किया जा सकता है।

कैंसर की दवाओं से अल्जाइमर का इलाज

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के न्यूरोलॉजी प्रोफेसर, डॉ. कैटरीन एंड्रियासन के मुताबिक, “IDO1 को ब्लॉक करने वाली दवाएं, जो पहले से ही कैंसर के इलाज के लिए क्लिनिकल ट्रायल्स में शामिल हैं, हमारे दिमाग को उम्र बढ़ने और न्यूरोडीजेनेरेशन से होने वाले नुकसान से बचाने में मददगार साबित हो सकती हैं।”

न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से मिल सकती है राहत

पेन स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉ. मेलानी मैकरेनॉल्ड्स का कहना है कि उम्र बढ़ने के साथ होने वाली न्यूरोलॉजिकल गिरावट एक बड़ी समस्या है। अगर इस रिसर्च के नतीजे इंसानों पर भी सफल होते हैं, तो इससे न केवल अल्जाइमर के मरीजों को फायदा होगा, बल्कि इसका सकारात्मक प्रभाव हमारे समाज और अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। यह रिसर्च कैंसर और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के इलाज में एक बड़ी उम्मीद जगा रही है। अगर इस दावे की पुष्टि होती है, तो यह मेडिकल साइंस के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है।

 

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