नई दिल्ली, देश-विदेशों में भी शराब की कई वैरायटी मौजूद है. लोग अक्सर भारत में शराब या मदिरा के सेवन को हानिकारक या बुरी लत से जोड़कर देखते हैं लेकिन विदेशों में ये आसानी से मिलती और बिना झिझक के पी जाती है. आपको बता दें, शराब को आयुर्वेद में भी जगह मिली है. एक […]
नई दिल्ली, देश-विदेशों में भी शराब की कई वैरायटी मौजूद है. लोग अक्सर भारत में शराब या मदिरा के सेवन को हानिकारक या बुरी लत से जोड़कर देखते हैं लेकिन विदेशों में ये आसानी से मिलती और बिना झिझक के पी जाती है. आपको बता दें, शराब को आयुर्वेद में भी जगह मिली है. एक समय में मदिरा को वैद्य दवा के रूप में बताया करते थे. हालांकि समय के साथ भारत में शराब के मायने बदल गए. आज हम आपको शराब से जुड़े कुछ ऐसे फायदे बताने जा रहे हैं जिसे सुन आप भी चौक जाएंगे.
भोजन के बाद शराब ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया को कम करने में मददगार साबित होती है. हैवी मील के बाद ग्लाइसेमिक स्पाइक्स को 37 प्रतिशत तक कम करने में यह कारगर है. आप नहीं जानते तो बता दें, भोजन के बाद बनने वाला ब्लड ग्लूकोज लेवल मधुमेह, सूजन और हृदय रोग देता है.
रेड वाइन फरमेंटिड प्रोसेज के जरिए अंगूर के गूदे से लेकर उसके बाहरी हिस्से यानी स्किन से तैयार की जाती है. इसमें पॉलीफेनोल्स की मात्रा अधिक पाया जाता है जो एक तरह का एसिड है और मुख्य रूप से एंटीऑक्सिडेंट से जुड़ा है. अंगूर के पौधे बैक्टीरिया और कवक से लड़ने और पराबैंगनी (यूवी) विकिरण से बचाने के लिए कारगर होते हैं. जो रेस्वेराट्रोल, एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट का उत्पादन करते हैं. इसका सेवन करने से आपको ये फायदे मिलते हैं.
-लंबी उम्र
-कुछ तरह के कैंसर का कम जोखिम
-डिप्रेशन का शिकार होने से बच सकते हैं
-जोड़ों के दर्द में कमी
-दिल की बीमारियों का खतरा नहीं रहता
– रेड वाइन, सुस्त कफ पाचन तंत्र को ठीक करता है. साथ ही यह गर्माहट पाचन की आग को हल्का कर सकती है और साथ ही शरीर में अतिरिक्त नमी को सुखाती है.
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