नई दिल्ली: गणेश उत्सव का पर्व पूरे देश में हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और 10 दिनों तक चलता है। इस साल 2024 में गणेश उत्सव की शुरुआत 7 सितंबर, शनिवार से हो रही है और 17 सितंबर […]
नई दिल्ली: गणेश उत्सव का पर्व पूरे देश में हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और 10 दिनों तक चलता है। इस साल 2024 में गणेश उत्सव की शुरुआत 7 सितंबर, शनिवार से हो रही है और 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन इस पर्व का समापन होगा।
गणेश चतुर्थी की तिथि 6 सितंबर 2024 को दोपहर 3:01 बजे से शुरू होगी और 7 सितंबर को शाम 5:37 बजे समाप्त होगी। इस दिन चंद्र दर्शन वर्जित माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा देखने से मिथ्या दोष लगता है, जिससे व्यक्ति पर चोरी का झूठा आरोप लग सकता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण ने भी चंद्र दर्शन किया था और उन पर भी झूठा आरोप लगाया गया था। इस साल वर्जित चंद्र दर्शन का समय 6 सितंबर को दोपहर 3:01 बजे से रात 8:16 बजे तक रहेगा।
गणेश चतुर्थी के दिन पूजन विधि का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहने। वहीं घर में उत्तर या पूर्व दिशा में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें। पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे हल्दी, दूर्वा घास, इत्र, मोदक, चंदन, और अक्षत का ध्यान रखें। गणेश जी को धूप, दीप, और फूलों की माला अर्पित कर शुभ मुहूर्त में पूजा करें।
यदि आप इस साल गणेश जी की मूर्ति घर लाने की योजना बना रहे हैं, तो ध्यान रखें कि मूर्ति मिट्टी की बनी हो। मूर्ति को घर लाते समय इसे साफ कपड़े से ढक कर लाएं और पूजा स्थान में जल से भरा कलश ज़रूर रखें।
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